- नई दिल्ली, । भारत में कथित रूप से नेताओं, पत्रकारों समेत कई लोगों के फोन से निजी जानकारी चुराने वाला मालवेयर पेगासस को लेकर सुप्रीम कोर्ट में आज एक अहम सुनवाई हुई। चीफ जस्टिस (सीजेआई) एनवी रमना ने पेगासस जासूसी मामले की जांच कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट एक एक्सपर्ट कमेठी का गठन करने की बात कही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि कमेटी की जांच प्रक्रिया और मामले पर अगले सप्ताह विस्तृत आदेश जारी किया जा सकता है।
गौरतलब है कि इजरायल की कंपनी एनएसओ ग्रुप द्वारा तैयार किया गया स्पाइवेयर पेगासस को लेकर दुनियाभर में हंगामा मचा हुआ है। कई विदेशी मीडिया ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत समेत कई नामी लोगों के फोन को उनकी जानकारी के बिना इस स्पाइवेयर के जरिए हैक किया गया है। पेगासस से उन सभी की जासूसी की जा रही है। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद संसद में भी विपक्ष ने काफी हंगामा किया था और केंद्र सरकार से मामले की जांच कराने की मांग की थी। भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने गुरुवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट भारतीय नागरिकों पर बढ़ती निगरानी के लिए इजरायली स्पाइवेयर पेगासस के कथित इस्तेमाल की जांच के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन करेगा। बता दें कि CJI उस बेंच का नेतृत्व कर रहे हैं, जो पेगासस मामले पर जांच की मांग वाली दायर कई याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है। न्यायमूर्ति रमना ने एक मामले की सुनवाई के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता सीयू सिंह को समिति के गठन की जानकारी दी। सीजेआई ने सिंह से कहा, ‘अन्य वकीलों को भी बताएं कि हम अगले सप्ताह अपना आदेश पारित करेंगे।’ मालूम हो कि अदालत ने 13 सितंबर को मामले में अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था क्योंकि केंद्र सरकार ने यह सार्वजनिक करने से इनकार कर दिया था कि उसकी एजेंसियों ने इजरायल के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया है या नहीं।