राष्ट्रीय

प्रधानमंत्री सहित दुनिया भरके नेताओंने की हिंसाकी निंदा


नयी दिल्ली (आससे)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित दुनियाभर के नेताओं ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों द्वारा वॉशिंगटन डीसी के कैपिटल बिल्डिंग में की गयी हिंसा की निंदा की है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया को किसी गैरकानूनी विरोध के जरिये बिगडऩे नहीं दिया जा सकता। वशिंगटन में हुई हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट में लिखा कि वॉशिंगटन डीसी में दंगों और हिंसा की खबर देखकर परेशान हूँ। सत्ता का हस्तांतरण शांतिपूर्ण ढंग से होना चाहिये। लोकतांत्रिक प्रक्रिया को किसी गैर-कानूनी विरोध के जरिये बिगडऩे नहीं दिया जा सकता। प्रधानमंत्री के अलावा दुनियाभर के कई नेताओं ने अमेरिकी नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कैपिटल बिल्डिंग पर हुए हमले को लोकतंत्र पर हमला बताया है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इस हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि अमेरिका पूरी दुनिया में लोकतंत्र की एक मिसाल रहा है। इसलिए यह जरूरी है कि सत्ता का हस्तांतरण शांतिपूर्ण ढंग से हो। फ्रांस के विदेश मंत्री जीन ले द्रियान ने भी इस हिंसा को गलत बताते हुए कहा कि ये हमला अमेरिकी लोकतंत्र के खिलाफ है। स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सेंचेज ने कहा है कि मुझे अमेरिका के लोकतंत्र की ताकत पर विश्वास है। नये राष्ट्रपति जो बाइडन देश को इस तनावपूर्ण माहौल से बाहर लेकर जायेंगे और अमेरिकी नागरिकों को एकजुट करेंगे। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने भी कैपिटल हिंसा को गलत ठहराया है। उन्होंने कहा कि वॉशिंगटन के जो नजारे देखने को मिल रहे हैं, वो परेशान करने वाले हैं। वहीं, यूरोपीय काउंसिल के अध्यक्ष चाल्र्स मिशेल ने कहा कि अमेरिकी संसद लोकतंत्र का मंदिर है। वॉशिंगटन में हुए हमलों को देखना किसी झटके से कम नहीं है। हमें विश्वास है कि अमेरिका में सत्ता के हस्तांतरण को शांतिपूर्ण ढंग से अंजाम दिया जायेगा। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि पड़ोसी मुल्क में हुई हिंसा से कनाडा के लोगों को भी धक्का लगा है। यह लोकतंत्र पर हमला है। हिंसा के जरिये लोगों के मत को नहीं बदला जा सकता। तुर्की, चिली, अर्जेंटीना और वेनेजुएला सहित दुनिया भर के कई अन्य नेताओं ने भी अमेरिका में हुई हिंसा की आलोचना की है।