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- विभिन्न मंदिरों एवं शिवालयों में सुबह से हीं भक्तों की लगी कतार, कहीं भजन तो कहीं अखंड पाठ का आयोजन
- कोविड गाइडलाइन के अनुपालन कराने के लिए बड़ी पहाड़ी में नहीं दिखे प्रशासन और पुलिस के लोग
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बिहारशरीफ (आससे)। श्रावण पूर्णिमा को लेकर शिवालय एवं मंदिरों में सुबह से भीड़-भाड़ रही। ढेर सारे स्थानों पर अखंड कीर्तन तथा भजन कीर्तन का आयोजन किया गया था। कहीं रामायण पाठ हुआ तो कहीं शिव पुराण की चर्चा हुई। इसके साथ ही एक माह से चल रहा श्रावणी पूजा महोत्सव संपन्न हो गया। भारी संख्या में नारी एवं युवतियों ने आज भगवान शिव पर वेलपत्र एवं फूल के साथ जलाभिषेक किया और अपने एक माह के अनुष्ठान का समापन किया।
इस अवसर पर बिहारशरीफ के बड़ी पहाड़ी स्थित हिरण्य पर्वत पर मेला परम्परा के अनुसार लगी। जिसमें भारी संख्या में शहरवासियों ने हिस्सा लिया और पहाड़ पर स्थित भगवान शंकर सहित अन्य देवी-देवताओं की आराधना की। पूरा पहाड़ श्रद्धालुओं से पटा था। बच्चे-बूढ़े, जवान सभी मेले के रंग में रंगे थे। चाट-पकौड़े से लेकर तरह-तरह की दुकानें सजी थी। खेल-तमाशे का भी दौर चल रहा था। लोगों ने राखी बंधवाकर इस मेले का जमकर आनंद उठाया।
कोविड को लेकर किसी प्रकार के मेले और आयोजन पर रोक है। बावजूद इसके बिहारशरीफ बड़ी पहाड़ी में लोगों की भीड़ दोपहर बाद हीं जुटनी शुरू हो गयी। हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। ना तो यहां कोई सोशल डिस्टेंसिंग दिखी और ना हीं कोई मास्क आदि की व्यवस्था थी। मजे की बात तो यह थी कि जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की ओर से इन्हें कोई रोकने वाला भी नहीं था। लोग इत्मिनान से पहाड़ के उपर पहुंचकर गोलगप्पे, चाट, पकौड़ा और मूंगफली का आनंद उठाते दिखे।