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- उपभोक्ता को मिल रहा ऑप्शन वे चाहे तो किसी और एजेंसी से ले सकेंगे एलपीजी
- फिलहाल यह सुविधा विदिन कंपनी जल्द ही अन्य कंपनियों के साथ भी मिलेगी यह सेवा
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बिहारशरीफ (आससे)। पहली जुलाई से गैस उपभोक्ताओं के लिए गैस खरीदने के लिए डिस्ट्रीब्यूटर चयन करने का ऑप्शन दे दिया गया है। इसके पहले उपभोक्ताओं को गैस कनेक्शन पोर्टिंग करने की सुविधा दी गयी थी। हालांकि ट्रायल के तौर पर शुरू की गयी इन सेवाओं का लाभ अभी विदिन कंपनी ही उपभोक्ता उठा सकते है, लेकिन आने वाले दिनों में यह सभी गैस कंपनियों के लिए खोल दिये जाने की तैयारी है।
पूर्व के महीनों में एलपीजी पोर्टिंग की सुविधा भारत सरकार ने दी थी। इसके तहत अगर उपभोक्ता की इच्छा हुई और किसी डिस्ट्रीब्यूटर के सेवा से संतुष्ट नहीं है तो वे अपने मोबाइल के जरिये एक मैसेज भेजकर दूसरे एजेंसी में अपना गैस कनेक्शन पोर्ट कर सकते है। पोर्ट करने के बाद नई एजेंसी में उनकी विस्तृत सूचना जाती है जहां से वितरक द्वारा उपभोक्ता के लिए नया डोमेस्टिक गैस कंज्यूमर कार्ड निर्गत कर दिया जाता है। यह सुविधा सिर्फ अपने कंपनी के ही डिस्ट्रीब्यूटरों के बीच चल रही है।
घरेलू रसोई गैस 25.50 तो व्यवसायिक गैस 85.50 रुपये महंगा
- उपभोक्ताओं के खाते में आने वाला सब्सिडी में कोई बढ़ोतरी नहीं
बिहारशरीफ (आससे)। पहली तारीख से आये दिन पेट्रोलियम उत्पादों में बेतहाशा वृद्धि होती रही है, लेकिन पिछले दो महीनों से घरेलू रसोई गैस की कीमत अनटच थी। यानी कि ना बढ़ोतरी हुआ था और ना घटोतरी। हालांकि गैस की कीमत अधिक होने का रोना उपभोक्ता रोते रहे है, लेकिन पहली जुलाई से ही रसोई गैस की बढ़ी कीमत ने गृहणियों के लिए मुसीबत पैदा कर दी है। हालांकि कीमत तो व्यवसायिक उपयोग वाली गैसों का भी बढ़ा है जो पूर्व के महीनों में भी घटता बढ़ता रहा है।
अप्रैल के बाद एलपीजी की कीमत में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई थी, लेकिन पहली जुलाई को घरेलू रसोई गैस की कीमत में 25.50 रुपया की बढ़ोतरी की गयी है। हालांकि उपभोक्ताओं के खाते में आने वाला सब्सिडी की राशि पूर्ववत रखी गयी है, जिसके बाद यह तय हो गया है कि रसोई गैस की कीमत की बढ़ोतरी डीबीटीएल से जुड़े उपभोक्ताओं को भी झेलनी पड़ेगी।
तेल कंपनियों से मिली जानकारी के अनुसार 19 किलो के व्यवसायिक गैस की कीमत में 85.50 रुपया की बढ़ोतरी हुई है, जबकि पांच किलो के छोटे गैस सिलिंडर की कीमत में पांच रुपये की बढ़ोतरी हुई है।
पहली जुलाई से भारत सरकार ने इस पहल को और आगे बढ़ाया है। इसके तहत अब उपभोक्ता अपने कंपनी के किसी भी वितरक से एलपीजी ले सकते हैं। भारत गैस, इंडियन गैस तथा एचपी गैस द्वारा अलग-अलग नंबर और व्हाट्सएप नंबर जारी किया गया है, जिस पर मैसेज डालते ही उन्हें यह विकल्प मिलेगा कि उनके आस-पड़ोस में कौन-कौन से वितरक है और फिर उपभोक्ता जिस वितरक से चाहे उस वितरक के यहां गैस बुक कर सकते है।
यह व्यवस्था लागू होने के बाद उपभोक्ता पुरानी गैस एजेंसी में ही बने रहेंगे लेकिन गैस उन्हें दूसरी एजेंसी देगी और उनके खाते में सब्सिडी भी आयेगा, लेकिन अभी पहले फेज में एक कंपनी के वितरक के अंदर ही यह व्यवस्था दी गयी है। लेकिन बहुत जल्द ही दूसरी कंपनियों के बीच भी उपभोक्ताओं को गैस पोर्टेबिलिटी की सुविधा दिये जाने की तैयारी है। इसके बाद उपभोक्ताओं के बीच यह बंधन नहीं होगा कि गैस लेने के लिए उन्हें सिलिंडर का झंझट नहीं रहेगा। एक कंपनी के उपभोक्ता दूसरे कंपनी से भी एलपीजी ले सकेंगे, लेकिन इसमें अभी विलंब है।