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- अस्थावां विधायक डॉ. जितेंद्र ने ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में ऑक्सीजन सहित व्यवस्था में विस्तार का दिया सुझाव
- प्रखंड स्तर पर सब्जी मंडी जैसे सार्वजनिक स्थलों पर सेनिटाइज करने का दिया सुझाव
- अस्पतालों में कोविड जांच से अलग वैक्सीनेशन सेंटर करने की भी कही बात
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बिहारशरीफ (आससे)। बिहार विधानसभाध्यक्ष विजय कुमार सिह ने आज राज्य के विधायकों के साथ वर्चुअल बैठक की और विधायकों से राज्य में कोविड संक्रमण के रोकथाम और भविष्य में इससे कैसे बचा जाय के विषय में राय सुमरी की। इसके साथ ही विधानसभा अध्यक्ष ने और बिंदुओं पर भी विधायकों से सलाह ली, उनका राय जाना। इसी क्रम में नालंदा जिला से अस्थावां विधायक डॉ. जितेंद्र कुमार को भी अपनी राय रखने का मौका मिला।
विधायक डॉ. जितेंद्र कुमार ने बताया कि मैंने विधानसभाध्यक्ष को बताया कि कोविड जैसे संक्रमण के दौर में राज्य सरकार ने बेहतर पहल की है लेकिन इसमें और सुधार की संभावना है, जिस पर काम होना चाहिए। उन्होंने सलाह दी कि पारा मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति के लिए वैकेंसी आई हुई है लेकिन नियुक्ति में विलंब हो रहा है। सरकार को चाहिए कि नियमों को शिथिल करना पड़े तो शिथिल कर तत्काल बहाली हो ताकि कोविड टेस्टिंग, कोविड वैक्सीनेशन, कोविड सेंटर में रोगियों की देखभाल, वेंटिलेटर आदि के रखरखाव में इन कर्मियों की सेवा ली जा सके। विधायक ने यह भी सलाह दिया कि प्रखंड लेवल के अस्पतालों में व्यवस्था और सुधार होनी चाहिए ताकि वहां रोगियों को फर्स्ट एड मिल सके। अन्यथा मुख्यालय तक पहुंचते-पहुंचते रोगी दम तोड़ देते है।
डॉ. कुमार ने यह भी सलाह दी कि प्रखंड स्तर के अस्पतालों में ऑक्सीजन की व्यवस्था होनी चाहिए। एंबुलेंस हमेशा मौजूद हो ताकि फर्स्ट एड के बाद तत्काल रोगी को बड़े अस्पतालों में शिफ़्ट किया जा सके। विधायक ने कहा कि हमने यह भी बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में जहां वैक्सीनेशन हो रहा है उसी के पासकोविड टेस्टिंग की भी व्यवस्था है। जिससे लोग भयभीत है। खासकर डायबिटिज आदि के रोगी वहां जाने से परहेज करते है। ऐसे में वैक्सीनेशन सेंटर को कोविड जांच सेंटर से बिल्कुल अलग होना चाहिए। विधायक ने यह भी सुझाव दिया कि जब वैज्ञानिकों ने यह पुष्टि कर दी है कि वायरस हवा में है ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र के मंडियों और सघन बाजार वाले इलाकों में नियमित सेनिटाइजेशन होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इन सभी व्यवस्थाओं को सुधार कर हम और सशक्त हो सकते है। कोविड का तीसरी लहर आया भी तो हम मुकाबला कर सकते है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि प्राइवेट अस्पतालों में कोविड इलाज की सुविधा दी गयी है यह अच्छी बात है लेकिन रेमडिसिवर, ऑक्सीजन जैसी बातों पर अनावश्यक राशि की वसूली आदि की शिकायत मिल रही है, नकली दवा दी जा रही है। इन सब पर लगाम लगनी चाहिए।