पटना

बिहारशरीफ: हरगावां में बहाई उपासना गृह की 21 को रखी जायेगी आधारशिला


दिल्ली के लोटस टेंपल के तर्ज पर हो रहा इस बहाई उपासना गृह का निर्माण

बिहारशरीफ (आससे)। बिहारशरीफ के हरगावां गांव में लोटस टेंपल के तर्ज पर बहाई उपासना गृह का निर्माण किया जायेगा, जिसकी आधारशिला आगामी 21 फरवरी को राज्य बहाई परिषद् द्वारा रखी जायेगी। यह एक ऐसा उपासना गृह होगा जो सभी धर्म, संप्रदाय, जाति, क्षेत्र, लिंग, भाषा आदि धार्मानुआयियों को समर्पित होगा तथा इसका निर्माण अस्तित्व के संसार में जितना संभव हो सकता है पूरी महिमा प्रतिष्ठा एवं परम भव्यता के साथ किया जायेगा। उक्त जानकारी राज्य बहाई परिषद् के सचिव ओम नमः शिवाय सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि यह आध्यात्मिक यथार्थ एवं जीवन के मूलभूत प्रश्नों पर गहन चिंतन करने का आश्रय स्थल होगा, जहां निरंतर ईश्वर की स्तुति और महिमा का गान होगा।

इस प्रकार यह उपासना गृह विविधता में एकता के सिद्धांत को तथा बंधुता एवं समरसता के बंधन को मजबूत करेगा क्योंकि बहाईयों का मानना है कि युगावतार बहाउल्लास का प्रकटीकरण समस्त मानव जाति के लिए जिस दिव्य सभ्यता का संवाहक है उसके एक सशक्त प्रतीक और अंर्तनिर्हित तत्व के रूप में उपासना गृह जिस समुदाय में निर्मित होता है वह उस समुदाय का धुव्रीय बिंदू होता है जहां की पावन सुरभियां सच्चरित्र लोगों की आत्माओं को नवजीवन प्रदान करती है। उन्होंने बताया कि यह उपासना गृह दिल्ली स्थिल लोटस टेंपल के बाद भारत का द्वितीय तथा बिहार का प्रथम उपासना गृह होगा।

परिषद् के सचिव ने बताया कि शिलान्यास कार्यक्रम में बिहार सरकार द्वारा कोविड-19 के संबंध में जारी दिशानिर्देश का पालन करते हुए भारत के बहाईयों की राष्ट्रीय आध्यात्मिक सभा के प्रतिनिधि राजनीन रौहानी, डॉ॰ नेशन ओल्याई, डॉ॰ रामसेवक यादव, भारतीय उपमहाद्वीप के सलाहकार राहुल कुमार, उत्तम मिश्रा, यम प्रसाद आचार्य, बहाई वर्ल्ड न्यूज सर्विस के अनुप्रिया खरे, टेंपल कमेटी सदस्य नरेंद्र बुद्धिराजा, आर्किटेक्ट शिविर अभियंता परियोजना पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक पदाधिकारी एवं स्थानीय धर्मानुरागियों के साथ-साथ बहाई संस्था एवं एजेंसी से जुड़े सैकड़ों लोग उपस्थित होंगे।

इस अवसर पर बहाई उपासना गृह का उद्देश्य, बिहार में बहाई धर्म का आविभाव तथा बहाईयों द्वारा संचालित मूल गतिविधियों पर संक्षिप्त चर्चा के अतिरिक्त बच्चों, किशोर एवं युवाओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जायेगा।