बिहारशरीफ (आससे)। राज्य सरकार के आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय-2 के तहत हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाना एक महत्वपूर्ण निश्चय है। इस निश्चय के क्रियान्वयन से हर संभव माध्यम से हर खेत तक सिंचाई का पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
इस उद्देश्य से जिला के सभी गांव का सर्वे करा कर सिंचाई के मौजूद संसाधनों की मैपिंग एवं आवश्यक संसाधनों/कार्यों के लिए योजनाओं की सूची तैयार कराई जा रही है। यह कार्य जल संसाधन विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, कृषि विभाग, ऊर्जा विभाग एवं पंचायत राज विभाग के पदाधिकारियों एवं कर्मियों द्वारा संयुक्त रुप से किया जा रहा है। इस निश्चय के क्रियान्वयन के लिए जल संसाधन विभाग को नोडल विभाग के रूप में नामित किया गया है।
जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने शनिवार को हर खेत को पानी निश्चय के लिए कराए जा रहे सर्वे कार्य की समीक्षा की। समीक्षा के क्रम में उन्होंने सर्व कार्य को हर हाल में इस माह के अंतिम सप्ताह तक पूर्ण कर लेने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि संयुक्त सर्वे दल द्वारा अब तक 2573 गांव में बैठक कर सर्वे कार्य किया गया है तथा लगभग 850 गांव का सर्वे कार्य शेष है।
विगत 3 सप्ताह में अस्थावां, कराय परशुराय, इस्लामपुर, कतरी सराय एवं रहुई प्रखंड में सर्वे कार्य की प्रगति नगन्य पाई गई। जिलाधिकारी ने इस पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए सभी 5 प्रखंडों के नोडल पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया। उन्होंने शेष कार्य निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत पूर्ण करने का स्पष्ट रूप से निर्देश दिया।
सभी संबंधित विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारियों को भी रैंडम रूप से स्थल जांच कर सर्वे कार्य का सत्यापन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। बैठक में उप विकास आयुक्त, जिला कृषि पदाधिकारी सहित जल संसाधन, लघु जल संसाधन एवं ऊर्जा विभाग के अभियंतागण उपस्थित थे।