बेगूसराय (आससे)। साहब स्पष्टीकरण तो पूछ लेते सारा तथ्य मैं रख देता लेकिन आपने सीधे निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया, यह कैसा न्याय है। आप जब भी पत्र निकालते हैं तो उसमें स्पष्टीकरण की मांग करते हैं इसके बाद आप निर्णय लेते हैं लेकिन मेरे संदर्भ में बिना स्पष्टीकरण किए ही निलंबन का आदेश जारी कर दिया।
उक्त मामला गढ़पुरा प्रखंड क्षेत्र का बताया जा रहा है। प्राथमिक विद्यालय मूसेपुर में तत्कालीन सांसद भोला सिंह के द्वारा 6 लाख रुपये चार अतिरिक्त भवन के लिए दिया गया था और उस समय के प्रभारी प्रधान नरेश झा हुआ करते थे। वही 28 फरवरी 2007 को नरेश झा ने अवकाश ग्रहण करते हुए विनोद कुमार राय को पदभार सौंपा लेकिन विनोद कुमार राय ने वित्तीय प्रभार नहीं मिला। मामला जो भी हो लेकिन बिना स्पष्टीकरण का निलंबित कर देना विभाग को सवालों के घेरे में लाता है।
बताते चलें कि जिला पदाधिकारी सदस्य सचिव जिला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति बेगूसराय के पत्रांक एक दिनांक 9 दिसंबर 2017 एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी बेगूसराय के पत्रांक 1293 दिनांक 11 दिसंबर 2020 के आलोक में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा अभियान बेगूसराय के पत्रांक BEP/SSA/ 2080 दिनांक 14 दिसंबर 2020 डॉ भोला सिंह तत्कालीन सांसद अध्यक्ष जिला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति की बैठक में वित्तीय वर्ष 2009 में 2 एसीआर भवन निर्माण का कार्य नहीं होने की स्थिति में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा अभियान बेगूसराय द्वारा प्राथमिकी दर्ज की गई।
अब सवाल यह उठता है कि आखिरकार प्राथमिकी दर्ज किस पर किया गया। यह भी एक सवाल होता है जिसका कोई भी लेखा-जोखा विभाग के पास नहीं है। सिर्फ कागजों में ही प्राथमिकी दर्ज का मामला दौड़ता रहा। तो वही पीड़ित शिक्षक विनोद कुमार रावत राय 15 दिसंबर 2020 को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया गया। उक्त मामला तब प्रकाश में आया जब उन्होंने आप बीती बताएं। विनोद कुमार राय ने कहा कि बिना स्पष्टीकरण के ही मुझे निलंबित कर दिया गया है।
अब सवाल यह उठता है कि क्या स्थलीय जांच किया गया था? क्या प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय मूसेपुर जाकर स्थलीय जांच किया गया था। अगर उन्होंने जांच किया तो फिर उस जांच रिपोर्ट में क्या लिखा हुआ था। वही जब भी किसी शिक्षक पर कार्रवाई की जाती है। तो उसके पहले विभाग के द्वारा स्पष्टीकरण की मांग की जाती है। उक्त मामला तब तूल पकड़ने लगा जब इस मामले को लेकर शिक्षक विनोद कुमार राय फरियादी बनकर फरियाद करने के लिए शिक्षा विभाग का चक्कर लगाते रहे। वही बीईओ से लेकर डीईओ तक उक्त मामला गया। लेकिन बिना स्पष्टीकरण के निलंबित कर दिया गया।
बताते चलें की दिशा की बैठक मैं कार्रवाई का मामला उठा इसी को लेकर आनन-फानन में विनोद कुमार राय को निलंबित करने का आदेश दिया गया प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी आशीष गुप्ता ने समग्र शिक्षा अभियान डीपीओ राजकुमार शर्मा को पत्र लिखा तो वही राजकुमार शर्मा ने जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण को उत्क्रमित मध्य विद्यालय मूसेपुर से संबंधित फाइल भेजा। तो वही जिला शिक्षा पदाधिकारी ने डीपीओ स्थापना को पत्र लिखा और कार्रवाई करने को कहा। लेकिन अभी तक किस पर प्राथमिकी दर्ज हुई है इसका कोई अता पता नहीं है।