पटना

मुजफ्फरपुर: चमकी बुखार को लेकर अलर्ट मोड में काम करें जिला प्रशासन : मनीष


समीक्षात्मक बैठक में आयुक्त ने कराया दायित्व बोध 

मुजफ्फरपुर। सभी जिलाधिकारी अभी से ही एईएस/चमकी बुखार को लेकर अलर्ट मोड में कार्य करें।  जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग तथा अन्य विभाग परस्पर समन्वय के साथ कार्य करते हुए एईएस/चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर अपनी भूमिका का निर्वहन करें। उक्त बात प्रमंडलीय आयुक्त मनीष कुमार ने एईएस को लेकर  प्रमंडलीय समीक्षात्मक बैठक में कहीं। उक्त समीक्षात्मक बैठक प्रमंडल के सभी छः जिले के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की गई।

बैठक में मुजफ्फरपुर जिलाधिकारी द्वारा अभी तक की की गई तैयारियों एवं कार्य योजना की विस्तृत जानकारी साझा की गई। उन्होंने कहा कि सभी छह कोषांग गठित कर लिए गए हैं और कोषांगों द्वारा अपना-अपना कार्य भी प्रारंभ कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि 16 लाख हैंडविल का वितरण किया जाएगा तथा 25 हजार से अधिक पोस्टर को वार्ड स्तर एवं टोले स्तर पर चिपकाया जाएगा। उक्त कार्य की सतत अनुश्रवण भी किया जाएगा।

आशा और आंगनवाड़ी सेविका/ सहायिका के द्वारा के द्वारा डोर टू डोर विजिट करने ,लगभग साढ़े छः लाख बच्चों की लाइन लिस्टिंग कर उनके अभिभावक से  समय-समय पर संपर्क भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक मार्च को एईएस/चमकी बुखार को लेकर जिला नियंत्रण कक्ष स्थापित कर दिया जाएगा। इसके अलावे गठित अन्य कोषांगों द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर के द्वारा दी गई।

प्रमंडलीय आयुक्त मनीष कुमार ने सभी डीएम को निर्देश दिया है कि पूरी तत्परता और गंभीरता के साथ एईएस/चमकी बुखार पर नियंत्रण को लेकर सभी डीएम कार्य करें। उन्होंने बारी-बारी से सभी सिविल सर्जन से एवं सभी जिला पदाधिकारी से अभी तक किये गए  कार्यों के बारे में जानकारी ली और आवश्यक निर्देश उनके द्वारा उन्हें दिया गया।

उन्होंने निर्देश दिया कि मार्च के प्रथम सप्ताह तक सभी जिला अपना कंट्रोल रुम  स्थापित कर लें। सभी जिला अपने कार्ययोजना से संबंधित शीघ्र ही अपना बुकलेट तैयार कर ले। सभी जिलों के डीएम को निर्देश दिया गया कि ग्राम या या टोला वार वाहनों का टैगिंग भी शीघ्र सुनिश्चित कर लें।

प्रमंडलीय आयुक्त मनीष कुमार द्वारा इसके अतिरिक्त प्रत्येक जिले में दवाओं की उपलब्धता, पीकू वार्ड और एईएस वार्ड की अद्यतन स्थिति, एंबुलेंस की उपलब्धता, एईएस वार्डो की संख्या, प्रशिक्षण कैलेंडर तैयार कर प्रशिक्षण की शुरुआत करना ,परिवहन व्यवस्था, वित्तीय संसाधन /प्रबंधन एवं क्षमतावर्धन को लेकर बिंदुवार जानकारी प्राप्त की गई।

बैठक में आयुक्त के सचिव वरुण कुमार मिश्रा, एसकेएमसीएच के प्राचार्य, अधीक्षक एसकेएमसीएच,जोनल मलेरिया पदाधिकारी, प्रमंडलीय उप निदेशक कमल सिंह उपस्थित थे।