बेगूसराय (आससे)। डीईओ साहब यह क्या हो रहा है आप के आदेश को कई उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय के प्रधान नहीं मान रहे हैं। भले ही आप के आदेश का पत्र जिले में निकल जाए लेकिन विद्यालय में डीईओ का आदेश नहीं वहां के एचएम का आदेश चलता है। बताते चलें कि जिला अंतर्गत संचालित उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय के प्रधान को आदेश निर्गत किया गया था की विद्यालय से संबंधित अभिलेखों के संधारण परीक्षा एवं वर्ग कक्षा संचालन माध्यमिक विद्यालय के वरियतम शिक्षक करेंगे।
उक्त पत्र ज्ञापांक 444, दिनांक 25 फरवरी 2021 को निदेशक माध्यमिक शिक्षा बिहार पटना के ज्ञापांक 1102 दिनांक 6 सितंबर 2014 के आलोक में पठन-पाठन, एवं संबंधित अभिलेखों, उपस्थिति पंजी, छात्र कोष, विकास कोष आरएमएसए रोकड़ पंजी संबंधित पासबुक एवं माध्यमिक विद्यालय से संबंधित समस्त कार्य का संधारण उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय के वरियतम शिक्षक के द्वारा किया जाएगा।
साथ ही उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों का अनुपस्थिति विवरणी वरियतम माध्यमिक शिक्षक के माध्यम से शिक्षा विभाग के कार्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही यह भी आदेश दिया गया था कि निर्गत अवकाश तालिका के अनुसार माध्यमिक विद्यालय का संचालन करेंगे।
बताते चलें कि जिले में 177 उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय हैं जहां प्रारंभिक विद्यालय के प्रधान ही माध्यमिक कक्षा का संचालन की देख-रेख करते हैं जबकि ज्यादातर उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालयों में माध्यमिक शिक्षकों की बहाली भी कर दी गई है। जहां अवकाश तालिका प्राथमिक विद्यालयों का जिला स्तर पर बनता है तो वहीं उच्च विद्यालयों की अवकाश तालिका राज्य स्तर पर बनता है। इसे लेकर के भी कई बार समस्याएं विद्यालयों में आती रही है। इसके बावजूद इसका कोई निदान नहीं निकला था।
वहीं कई विद्यालयों ने इस आदेश का पालन भी किया है तो वहीं कई विद्यालय ने इस आदेश को नहीं मान रहे हैं इस संदर्भ में जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण से जब बातचीत किया तो उन्होंने बताया कि जो भी विद्यालय इस आदेश को नहीं मानेंगे उस विद्यालय प्रधान पर कार्रवाई होगी। वहीं उन्होंने आगे बताया कि सभी विद्यालयों से इस संदर्भित पालन की प्रति की मांग करवाएंगे अगर जिन विद्यालयों ने उक्त आदेश की अवहेलना की है उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
वहीं इस संदर्भ में बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के संयुक्त सचिव डॉ सुरेश प्रसाद राय से बातचीत किया तो उन्होंने बताया कि जिला शिक्षा पदाधिकारी के आदेश का पालन नहीं करना खेद जनक है। विभागीय आदेश सर्वोपरि है, सेवा में रहने वाले प्रत्येक शिक्षक और कर्मी की बाध्यता है की विभाग के आदेश का पालन करें।