भोपाल, : भारत जोड़ो यात्रा के दौरान खंडवा में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) द्वारा अंग्रेजों की मदद करने को लेकर दिए बयान पर भाजपा ने उनकी समझ पर सवाल उठाए हैं। इस तथ्यहीन बयान को लेकर पार्टी कार्यकर्ता ने इंदौर के भंवरकुआं थाने में राहुल गांधी पर केस दर्ज करने के लिए आवेदन भी दिया है।
जनता में फैलाया जा रहा भ्रम
प्रदेश भाजपा के संगठन महामंत्री हितानंद ने कहा कि जिन्हें इतिहास का ज्ञान न हो, वे केवल जनता को गुमराह ही करेंगे। संघ की स्थापना वर्ष 1925 में हुई। बिरसा मुंडा का बलिदान वर्ष 1900 में, टंट्या मामा का 1889 में, राजा शंकर शाह-रघुनाथ शाह का 1857 में हुआ। ऐसे कई जनजातीय महापुरुष रहे, जिनका बलिदान संघ की स्थापना के पहले ही हो गया था। स्पष्ट है कि भ्रम फैलाया जा रहा है।
राहुल गांधी की मानसिक आयु बहुत कम
राहुल गांधी के बयान पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मुझे लगता है कि राहुल गांधी की मानसिक आयु बहुत कम है। बुद्धि या तो है नहीं या फिर उसका उपयोग नहीं करते हैं। संघ की स्थापना वर्ष 1925 में हुई। हमारे जो क्रांति नायक हैं, चाहे भगवान बिरसा मुंडा हों या फिर टंट्या मामा, इनका बलिदान वर्ष 1900 के पहले हो गया था। तब संघ था कहां। इन पर कौन भरोसा करेगा। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि कोई जिम्मेदार व्यक्ति ऐसा बयान नहीं दे सकता है। इसके पूर्व उन्होंने वीर सावरकर को लेकर भी इसी तरह की बात कही थी।
अंग्रेजों के विरुद्ध रहा है संघ
इस बयान की संघ से जुड़े विचारक प्रशांत पोल ने निंदा की है। उन्होंने कहा कि संघ प्रारंभ से ही अंग्रेजों के विरुद्ध रहा है। यहां तक कि संघ की प्रार्थना में ही स्वतंत्रता के लिए अंग्रेजों के विरोध की बात कही गई। संघ संस्थापक डा. केशव बलिराम हेडगेवार स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कोलकाता में कई बार जेल गए। साथ ही सैकड़ों संघ कार्यकर्ता सत्याग्रहों में शामिल हुए और जेल गए इसलिए राहुल गांधी का यह कहना कि संघ ने अंग्रेजों की मदद की, मूर्खता है।
राहुल गांधी के खिलाफ थाने में शिकायत
इसी बीच इंदौर में इस बयान को लेकर राहुल गांधी के खिलाफ शुक्रवार को भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व उपाध्यक्ष सुमित मिश्रा ने भंवरकुआं थाने में शिकायत कर केस दर्ज करने की मांग की। सुमित मिश्रा का कहना है कि राहुल ने तथ्यों को तोड़मरोड़ कर संघ को बदनाम करने की कोशिश की है। राहुल गांधी के खिलाफ कड़ी और प्रतिबंधात्मक कार्रवाई होनी चाहिए।