बिहार के मधुबनी में होली के दिन एक ही जाति के 5 लोगों की निर्मम हत्या के मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मुख्य आरोपी प्रवीण झा और भोला सिंह के साथ ही चंदन झा, कमलेश सिंह और मुकेश साफी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इस हत्याकांड के बाद फिर बिहार में जातीय संघर्ष शुरू होने की आशंका जताई जा रही है.
दरअसल, 6 महीने पहले तालाब में मछली मारने को लेकर गैबीपुर गांव के दबंगों और महमदपुर गांव के पीड़ित परिवार के बीच जो विवाद शुरू हुआ था उसका इतना रक्त रंजित अंत होगा यह किसी ने भी नहीं सोचा था. इस विवाद में महमदपुर गांव के संजय सिंह और गैबीपुर गांव के मुकेश साफी ने एक दूसरे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी.
होली के दिन पांच लोगों की हत्या
आरोप है कि होली के दिन प्रवीण झा ने हथियारों से लैस अपने 30-40 समर्थकों के साथ महमदपुर गांव पर हमला बोल दिया और हत्याकांड को अंजाम दिया. इस घटना में 2 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि तीन अन्य की इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया.
नीतीश के मंत्री ने हत्याकांड को बताया नरसंहार
इस हत्याकांड को लेकर सबसे पहले नीतीश कुमार सरकार में वन एवं पर्यावरण विभाग के मंत्री नीरज कुमार बबलू ने अपनी आवाज उठाई और इसे नरसंहार करार दिया. मंत्री नीरज कुमार बबलू ने बिहार पुलिस को निकम्मा बताया और इस पूरे हत्याकांड में पुलिस और आरोपियों की मिलीभगत की बात भी कही थी.
तेजस्वी बोले- इस नरसंहार के पीछे बड़े-बड़े लोगों का हाथ
वहीं, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा, ‘ये नरसंहार है, मैं पीड़ित परिवार की बातें सुनकर हैरान हूं कि घटना कैसे हुई? पूरे गांव में डर का माहौल है, हत्या के बाद भी शरीर को काटा गया. इस नरसंहार में बड़े-बड़े लोगों का हाथ है, रावण सेना चलाने वाले प्रवीण झा को पूर्व मंत्री विनोद नारायण झा का संरक्षण मिला हुआ है.’