- कोलकाता. पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायकों का तृणमूल कांग्रेस में वापसी का मुद्दा गरमाया हुआ है. इस बीच मुकुल रॉय (Mukul Roy) को लेकर चर्चा सबसे ज्यादा है. टीएमसी और बीजेपी दोनों ही मुद्दे पर अभी कुछ भी कहने से बच रही हैं. साथ ही रॉय ने भी अभी तक खुलकर मामले पर प्रतिक्रिया नहीं दी है. हालांकि, बुधवार शाम टीएमसी सांसद सौगत रॉय (Saugata Roy) ने बयान में बदलाव के संकेत दिए हैं.
एनडीटीवी से बातचीत में सौगत रॉय ने कहा, ‘कई लोग हैं और अभिषेक बनर्जी के साथ संपर्क में हैं और वापसी करना चाहते हैं. मुझे लगता है उन्होंने जरूरत के समय में पार्टी को धोखा दिया है.’ टीएमसी सांसद ने साफ कर दिया है, ‘आखिरी फैसला ममता दी लेंगी, लेकिन मुझे लगता है कि दल बदलने वालों को दो हिस्सों सॉफ्टलाइनर और हार्डलाइनर में बांटा जाएगा.’
उन्होंने समझाया कि सॉफ्टलाइनर में वे नेता शामिल होंगे, जिन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कभी अपमान नहीं किया. जबकि, हार्डलाइनर्स ने सार्वजनिक रूप से उन्हें अपमानित किया है. रॉय ने कहा, ‘दल बदलने के बाद शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी के बारे में काफी गलत कहा. मुकुल रॉय ने खुलकर मुख्यमंत्री के लिए कोई गलत बात नहीं की.’
टीएमसी छोड़ने वाले पहले नेता थे मुकुल रॉय
कभी ममता बनर्जी के करीबी रहे रॉय पार्टी छोड़ने वाले पहले नेता थे. उन्होंने 2017 में दल बदल लिया था. रिपोर्ट के मुताबिक, इसके बाद के सालों में उन्होंने कई टीएमसी विधायकों और नेताओं को वफादारी बदलने पर राजी किया. खबर है कि करीब 35 नेता सत्ताधारी दल के साथ वापस आना चाहते हैं.