पटना

मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना: अविवाहित इंटर को 25 और स्नातक छात्राओं को 50 हजार, कैबिनेट के फैसले


पटना (आससे)। कैबिनेट ने सुशासन के कार्यक्रम २०२०-२५ के तहत स्वीकृत मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के अंतर्गत उच्चतर शिक्षा हेतु प्रेरित करने के लिए छात्राओं को आर्थिक सहायता देने का निर्णय लिया है। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना में ३४ करोड़ की आकस्मिकता निधि से अग्रिम की निकासी करने के प्रस्ताव पर कैबिनेट ने अपनी सहमति दे दी है। आधे दर्जन लापता डाक्टरों को सेवा से बरखास्त करने का निर्णय लिया गया है।

प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत इंटर उत्तीर्ण अविवाहित कन्याओं को २५ हजार तथा स्नातक उत्तीर्ण अविवाहित कन्याओं को ५० हजार का आर्थिक सहायता दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत ३३६६६ अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहन राशि देने के लिए बिहार आकस्मिकता निधि से ३४ करोड़ की अग्रिम निकासी करने पर सहमति दी गयी है।

उन्होंने बताया कि वर्षों से अपने कर्तव्य स्थल से अनुपस्थित चल रहे आधे दर्जन डाक्टरों को सेवा से बरखास्त करने का फैसला हुआ है। जिन डाक्टरों को सेवा से बरखास्त किया गया है उनमें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बलिया बेगूसराय के चिकित्सा पदाधिकारी डा ज्योति सुलतानिया, सदर अस्पताल शेखपुरा के चिकित्सा पदाधिकारी मो मोशब्बिर हयात असकरी, एपीएचसी गेरूआ लखीसराय के चिकित्सा पदाधिकारी डा रामचंद्र प्रसाद, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रोहतास के चिकित्सा पदाधिकारी डा इंदु ज्योति, रेफरल अस्पताल फुलवरिया गोपालगंज के चिकित्सा पदाधिकारी डा श्रीमति संगीता पंकज एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र साहेबपुर कमाल के चिकित्सा पदाधिकारी डा सुनील कुमार पाठक हैं।