पटना

राजगीर: स्पोर्ट्स एकेडमी को मार्च तक चालू करने की तैयारी


      • सीएम के निर्देश पर मंत्री कला संस्कृति, सीएम, नगर विकास एवं कला संस्कृति विभाग के प्रधान सचिव तथा भवन निर्माण के सचिव ने निर्माण का लिया जायजा
      • बन रहा अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम पूर्वोत्तर भारत का अत्याधुनिकतम स्टेडियम होगा

राजगीर (नालंदा) (आससे)। राजगीर में स्पोर्ट्स एकेडमी के कार्यों में तेजी लाने की पहल जोर पकड़ ली है। पिछले दिनों राजगीर दौरे से लौटे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश के आलोक में कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री आलोक रंजन झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, नगर विकास आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर, कला संस्कृति विभाग के प्रधान सचिव वंदना प्रेयसी तथा भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि शुक्रवार को राजगीर पहुंचकर स्पोर्ट्स एकेडमी का जायजा लिये और वहां चल रहे प्रत्येक निर्माण की समीक्षा की। टीम के साथ नालंदा के जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह भी मौजूद थे।

स्पोर्ट्स एकेडमी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के निरीक्षण के उपरांत मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार ने बताया कि सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो मार्च महीने तक स्पोर्ट्स एकेडमी का कार्य पूरा हो जायेगा। कार्यान्वयन एजेंसी एवं संवेदक को निर्देश दिया गया है कि कार्य में और तेजी लाये। उद्देश्य है कि 22 मार्च को बिहार दिवस के अवसर पर कम से कम स्पोर्ट्स एकेडमी का उद्घाटन हो जाय ताकि कुछ खेलकूद जैसे कार्यक्रम शुरू हो सके। इसके अलावे अन्य निर्माण में भी तेजी लाने का निर्देश दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि राजगीर में बन रहा यह स्टेडियम ना केवल अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम होगा बल्कि कई मायनों में अत्याधुनिक भी होगा।

स्टेडियम में हो रहे पानी निकासी की समस्या पर भी चंचल कुमार ने अधिकारियों और अभियंताओं से बात की और ड्रेनेज के माध्यम से पानी निकालने की योजना को तैयार करने को कहा। इसके लिए प्रस्ताव बनाकर जिलाधिकारी को भेजने का निर्देश दिया गया।

नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर ने बताया कि गंगाजल उद्धव योजना का कार्य तेजी से हो रहा है। सीएम का निर्देश के अनुरूप गंगाजल पीने के लिए स्पोर्ट्स एकेडमी एवं पीटीसी में लाया जायेगा। इसकी व्यवस्था के लिए उन्होंने निर्देश दिया।

बताते चले कि यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम 90-765 एकड़ में बन रहा है, जिसपर 740 करोड़ रुपये की लागत आ रही है। इसमें होने वाले कई तरह के खेल के लिए कई छोटे-बड़े भवन बनाये जा रहे है। अधिकारियों की टीम ने इन सभी ब्लॉकों का निरीक्षण किया। दर्शकों के ठहरने से लेकर पार्किंग, पेयजल आदि के बारे में विस्तार से जानकारी ली।

यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम सह स्पोटर््स एकेडमी पूर्वोत्तर भारत का सबसे बड़ा तथा अत्याधुनिक स्टेडियम होगा जो 6 ब्लॉकों में बंटा होगा। इसमें क्रिकेट के साथ अन्य खेलों का भी आयोजन हो सकेगा। इस कैंपस में खेल पुस्तकालय के अलावे एक बड़ा और एक छोटा स्टेडियम होगा। तमाम खेलों के लिए खेल सामग्री उपलब्ध होगी। इमरजेंसी इंजरी के लिए अस्पताल होगा। मोटिवेशन सेंटर बनेगा। रिवर्स पवेलियन बनाया जा रहा है जो जी+2 यानी तीन मंजिला होगा। जबकि सामान्य पवेलियन जी+5 होगा। कैंपस के पूर्व और पश्चिम इलाके में दो वाहन पड़ाव होगा जो जी$2 होगा। फुटबॉल फील्ड, बास्केटबॉल कोर्ट, डाइविंग पूल के अलावे 6 स्पोर्ट्स हॉल होंगे।

इस कैंपस में कोच के ठहरने के लिए 45 कमरे का एक आवासीय परिसर होगा। 1500 कैपेसिटी का एक हॉल होगा। किचन, बाथरूम, ओपन स्वीमिंग पूज, वॉलीबॉल का दो ग्राउंड, पांच मल्टीपरपस हॉल, प्रशासनिक भवन, डोरमेट्री रूम भी बनाया जा रहा है। इसके अलावे अधिकारियों के रहने के लिए आवासन के साथ-साथ प्लेयर्स आवास, चालक आवास, रिसिविंग स्टेशन, चिलर्स प्लांट, निदेशक, उपनिदेशक का बंगला, रजिस्टार का बंगला, स्टाफ क्वार्टर, ट्रांजिट हॉस्टल, डायनिंग ब्लॉक, गर्ल्स हॉस्टल, ब्वॉयज हॉस्टल, गार्ड ब्लॉक, गेस्ट हाउस भी बनेगा।