नई दिल्ली, एएनआइ। मंगलवार को रायसीना डायलाग के एक सत्र में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि देश को मजबूत शक्तियों की जरूरत है, लेकिन दूसरे देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध रखने के लिए हमें ‘साफ्ट पावर’ की भी जरूरत है, ताकि सीमाओं के पार हमारे दूसरे देशों के साथ संबंध मधुर बना रहें। अनुराग ठाकुर ने अपने संवाद सत्र में कहा कि भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरी दुनिया में एक ‘हार्ड पावर’ के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत के पास उसका इतिहास और संस्कृति काफी समृद्ध है।
भारत सबसे बड़ा फिल्म निर्माता
कार्यक्रम में ‘सॉफ्ट पावर’ और ‘हार्ड पावर’ के बीच संबंध पर एक सवाल के जवाब में अनुराग ठाकुर ने स्पष्ट रूप से कहा, ‘राष्ट्र को एक मजबूत शक्ति की जरूरत है, लेकिन मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखने और सीमाओं से परे रहने के लिए राष्ट्र को ‘सॉफ्ट पावर’ की भी जरूरत है, क्योंकि यह दिलों को छूती है।’
उन्होंने यह भी कहा कि साथ ही, हमारी आईटी-सक्षम सेवाएं भी सॉफ्ट पावर है जो सीमाओं से परे पहुंच गई हैं। उन्होंने कहा कि भारत सबसे बड़ा फिल्म निर्माता होने की क्षमता रखता है। दुनिया का ‘कंटेंट’ उपमहाद्वीप और पोस्ट-प्रोडक्शन हब भी है और उसके लिए सॉफ्ट पावर की जरूरत है।
भारत के पास सिनेमा है ‘सॉफ्ट पावर’ का माध्यम
उन्होंने कहा, ‘अर्थव्यवस्था और सेना भारत की कठोर शक्ति है, जबकि सॉफ्ट पावर में चीन, श्रीलंका, कंबोडिया, मलेशिया और इंडोनेशिया सहित देशों में व्यंजन, संस्कृति, वास्तुकला शामिल है।’ ठाकुर ने कहा कि भारत जहां कठोर शक्ति के रूप में उभर रहा है, वहीं सिनेमा के माध्यम से सॉफ्ट पावर के रूप में भी उभर रहा है।