रूपौली (पूर्णिया)(आससे)। रूपौली थाना क्षेत्र के मतैली खेमचंद पंचायत स्थित आझोकोपा गांव में एक ओर जहाँ आम श्रद्धालु नवरात्र व्रत में मंत्र मुग्ध हो पूजा अर्चना में लीन थे। वहीं आझोकोपा सार्वजनिक दुर्गा मंदिर के आगे गांव के अपराधी एक 45 वर्षीया बेवा मंजुला देवी की गला दबाकर हत्या कर दिया। मृतका मंजुला देवी की बारह वर्षीया पुत्री ने बताया कि मां अहले सुबह लघुशंका की बात कह घर के पीछे चापाकल की ओर गई। काफी समय बीतने के बाद भी जब वापस नहीं लौटी तो अनहोनी की आशंका देख पीछे जाकर देखी तो मां चापाकल के समीप बेसुध पड़ी हुई थी। मां की स्थिति देख जोर-जोर से हल्ला मचाई तो आसपास के स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई। जहाँ लोगों ने बताया कि इसकी मौत हो चुकी है। परिजनों ने बताया कि पड़ोसी और मृतका के बीच बच्चे की बात को लेकर बाद विवाद और मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया था।
जबकि ग्रामीणों ने इस हृदयविदारक घटना की सूचना तत्काल रूपौली पुलिस को दी। घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष मनोज कुमार तत्काल सदलबल घटनास्थल पर पहुंच शव को अपने कब्जे में ले लिया। घटनास्थल पर हत्याकांड से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर बारिकी से जांच शुरू कर दी। मृतका मंजुला देवी के शव और घटनास्थल को देख प्रथमदृष्टया ऐसा प्रतीत हो रहा था कि अपनी जान बचाने को लेकर अपराधियों से दो दो हाथ एक करने का प्रयास की है। रूपौली थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने मृतका के शव का पंचनामा तैयार कर अन्त्यपरीक्षण के लिए पूर्णियाँ मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया।
वहीं घटना के सम्बंध में मृतका मंजुला देवी के दिव्यांग मूकबधिर पुत्र ने इशारों में बताया कि अहले सुबह चार व्यक्ति आंगन में आ धमका। जहाँ मां को पकड़ कर पीछे ले जाने लगा, मां से हाथापाई भी हुई। सभी लोग गांव के ही बताए गए। थानाध्यक्ष रूपौली मनोज कुमार ने बताया कि हत्याकांड मामले को लेकर परिजनों के द्वारा लिखित आवेदन दिया गया है। जिसमें एक व्यक्ति को नामजद आरोपी बनाया गया है।