लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना का संक्रमण बेकाबू होता नजर आ रहा है। रोज सामने आने वाले नए मामलों में बढ़ोतरी के साथ-साथ मौतों के संख्या में भी जबरदस्त इजाफा हो रहा है। राजधानी लखनऊ में संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। मंगलवार को लखनऊ यूनिवर्सिटी के सीनियर प्रोफेसर बृजेश कुमार शुक्ला की कोरोना संक्रमण से जान चली गई। वह 58 वर्ष के थे। कुछ दिनों पहले ही उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। बता दें, बीते दिनों पूर्व परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर एके शर्मा की भी कोरोना से मौत हो गई थी।
लोहिया अस्पताल में चल रहा था इलाज
लखनऊ यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि कला संकाय के अधिष्ठाता पद्मश्री से सम्मानित संस्कृत विभाग के आचार्य बृजेश शुक्ला कुछ दिनों पूर्व कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद उन्हें लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मंगलवार सुबह करीब पांच बजे अस्पताल में ही उन्होंने अंतिम सांस ली। उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी में बीते 23 मार्च को अभिनव गुप्त संस्थान का शुभारंभ हुआ था, जिसमें प्रोफेसर शुक्ला की अहम भूमिका रही। उन्होंने यहां कई पीएचडी कोर्स भी शुरू कराने की तैयारी की थी।
प्रोफेसर एके शर्मा की भी कोरोना से हुई थी मौत
बता दें, लखनऊ यूनिवर्सिटी के करीब 14 शिक्षक कोरोना से संक्रमित हैं। सोमवार को यहां डिप्टी रजिस्ट्रार भी कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इससे पहले पूर्व परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर एके शर्मा की भी कोरोना से मौत हो गई थी। यूनिवर्सिटी के शिक्षकों का कहना है कि प्रोफेसर शुक्ला के निधन से विश्वविद्यालय को बड़ी क्षति हुई है। विश्वविद्यालय के कुलसचिव विनोद कुमार सिंह का कहना है कि जिला अधिकारी को पत्र लिखकर विश्वविद्यालय बंद करने का अनुरोध किया जाएगा।