पटना (आससे)। चिराग पासवान ने शनिवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से मुलाकत कर अपनी बात रखी। उन्होंने पशुपति कुमार पारस को संसदीय दल के नेता के रूप में मान्यता देने पर आपत्ति दर्ज कराई। साथ ही, इस पर फिर से विचार करने का आग्रह अध्यक्ष से किया।
चिराग पासवान ने देर शाम लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात की। उन्होंने अध्यक्ष को पार्टी के संविधान की पूरी जानकारी दी। साथ ही कहा कि संसदीय दल के नेता के रूप में पशुपति कुमार पारस को मान्यता नहीं दी जा सकती है। पार्टी के संविधान के अनुसार इसका चयन राष्ट्रीय अध्यक्ष की सहमति से ही हो सकता है। ऐसे भी पार्टी ने पांच सांसदों को दल से निकाल दिया गया है। लिहाजा इस फैसले पर एक बार फिर से विचार होना चाहिए।
चिराग ने लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की हैसियत से लोकसभा अध्यक्ष को पहले पत्र देकर भी पारस को मान्यता देने पर आपत्ति जताई थी। उसके बाद उन्होंने कहा था कि वह खुद लोकसभा अध्यक्ष से जाकर मिलेंगे। इसके बाद भी अगर पारस की मान्यता पर पुनर्विचार नहीं हुआ तो वह कोर्ट जाएंगे।