- कोलकाता, एक अक्टूबर विश्व भारती विश्वविद्यालय ने हाल में घोषित किए गए मास्टर ऑफ एजुकेशन (एम एड) परीक्षा के नतीजों में अनियमितताओं की जांच के लिए एक समिति गठित की है। परीक्षा नतीजों में एक उम्मीदवार को 100 में से 200 अंक दिए गए, जिसे बाद में विश्वविद्यालय प्राधिकारियों ने वापस ले लिया।
विश्वविद्यालय की दाखिला इकाई के एक अधिकारी ने बताया कि यह पता लगाने के लिए बृहस्पतिवार को ”एक जांच समिति गठित की गई” कि कैसे ऐसी विसंगति हुई। उन्होंने बताया कि विश्व भारती एक ”संशोधित मेरिट सूची” प्रकाशित करेगी, लेकिन इसकी तारीख बाद में बतायी जाएगी। उन्होंने समिति के बारे में और विवरणों की जानकारी नहीं दी।
हाल में केंद्रीय विश्वविद्यालय तब सुर्खियों में आया, जब वेबसाइट पर पोस्ट की गई एम एड की मेधा सूची में एक उम्मीदवार को 100 में से 200 अंक मिले। तीन अन्य उम्मीदवारों को 100 में से 151, 196 और 198 अंक मिले।
विश्व भारती वेबसाइट पर प्रकाशित मेधा सूची की तस्वीरें 28 सितंबर को वायरल होने पर विश्वविद्यालय ने तुरंत सूची हटा दी।
एसएफआई की विश्व भारती इकाई के सदस्य सोमनाथ शॉ ने कहा कि यह हैरान करने वाला है कि केंद्रीय विश्वविद्यालय की मेधा सूची में ऐसी विसंगति हुई। उन्होंने कहा, ”हम इस गलती के लिए जिम्मेदार लोगों का पता लगाने और उन्हें दंड देने की मांग करते हैं।