- नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोविड-19 रोधी टीकाकरण के लिए सिर्फ ऑनलाइन पंजीकरण होने पर सवाल खड़े करते हुए गुरुवार को कहा कि जिनके पास इंटरनेट की सुविधा नहीं है, उन्हें भी टीका लगना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, टीके के लिए सिफऱ् ऑनलाइन पंजीकरण काफी नहीं है। टीकाकरण केंद्र पर पहुंचने वाले हर व्यक्ति को टीका मिलना चाहिए। जीवन का अधिकार उनका भी है जिनके पास इंटरनेट की सुविधा नहीं है।
पंजीकरण की अनिवार्यता को लेकर सवाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने भी पिछले दिनों ‘को-विन’ पंजीकरण की अनिवार्यता को लेकर सवाल किया था। उन्होंने कहा था, हमने कई बार कहा कि यह अनिवार्य नहीं होना चाहिए क्योंकि देश में बहुत सारे लोगों के पास इंटरनेट की सुविधा नहीं है। सरकार ने मांग सुनी, लेकिन पूरी नहीं सुनी। अभी सरकारी अस्पतालों में पंजीकरण अनिवार्य नहीं है, लेकिन निजी अस्पताल के लिए है। हम फिर से कहना चाहते हैं कि सभी जगह को-विन पंजीकरण अनिवार्य नहीं होना चाहिए।
स्थानीय भाषाओं पर राहुल गांधी
इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने स्थानीय भाषाओं की शक्ति की सराहना करते हुए बुधवार को कहा कि इनको संरक्षण दिए जाने की जरूरत है। उन्होंने यह टिप्पणी उस खबर का हवाला देते हुए की है जिसमें कहा गया है कि महाराष्ट्र में आदवासियों के बीच कोविड के टीकाकरण को लेकर बनी भ्रम की स्थिति को स्थानीय कोरकू भाषा की मदद से खत्म किया जा रहा है।
कांग्रेस नेता ने इस खबर को साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘मेलघाट के जंगलों की यह कहानी स्थानीय भाषाओं की शक्ति को साबित करती है। इनमें से हर भाषा को संरक्षित करने की जरूरत है।