त्रिशूर। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मुसीबत बढ़ा दी है। कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी को पीएम उम्मीदवार मानती है, लेकिन विपक्षी दलों के नेताओं को ये बात रास नहीं आती है।
फिलहाल जेडीयू जैसे दलों के नेता ने कहना शुरू कर दिया है कि साल 2024 के लिए भरोसेमंद नेता की जरूरत है। वहीं, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने राहुल गांधी के वायनाड से संसदीय चुनाव लड़ने को लेकर एक बड़ा बयान दिया है।
केरल से चुनाव न लड़ें राहुल गांधी: पिनराई विजयन
उन्होंने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस को यह तय करना होगा कि वो भाजपा से लड़ रहे हैं या एलडीएफ (लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट) से। दरअसल, उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को केरल नहीं बल्कि उत्तर भारत से बतौर सांसद चुनाव लड़ने की सलाह दी है।
एलडीएफ वायनाड में अपना उम्मीदवार उतारेगा: सीएम विजयन
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और एलडीएफ दोनों आई.एन.डी.आई.ए. का हिस्सा हैं। इस गठबंधन का उद्देश्य अगले साल के आम चुनाव में भाजपा से मुकाबला करना था। अगर गठबंधन की जरूरत नहीं पड़ी तो केरल में कांग्रेस और एलडीएफ के बीच मुकाबला होगा और उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि एलडीएफ वायनाड में अपना उम्मीदवार उतारेगा।
पिनराई विजयन ने त्रिशूर में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा,”कांग्रेस को यह तय करना है कि गांधी को केरल में भाजपा के खिलाफ लड़ना चाहिए या एलडीएफ के खिलाफ। क्या आप यहां केरल में कह सकते हैं कि आप भाजपा के खिलाफ लड़ रहे हैं।”
विजयन ने यह भी कहा कि आई.एन.डी.आई.ए. यह तय नहीं करेगा कि सदस्य दल अपने उम्मीदवार कहां उतारेंगे। उनकी टिप्पणी केरल में सत्तारूढ़ सीपीआई (एम) द्वारा वायनाड से चुनाव लड़ने के राहुल गांधी के कथित कदम की आलोचना करने के एक दिन बाद आई है।
सीपीआई (एम) नेता ने भी राहुल को उत्तर भारत से लड़ने की दी सलाह
सीपीआई (एम) के राज्य सचिव एमवी गोविंदन ने कहा था कि गांधी परिवार को उस जगह से चुनाव लड़ना चाहिए जहां भाजपा का प्रभाव है और उन्होंने कहा कि भाजपा का केरल में एक महत्वपूर्ण ताकत नहीं है। बता दें कि हाल ही राहुल गांधी ने कहा,”केरल राज्य और वायनाड लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र उन्हें अपने घर जैसा लगता है। उन्होंने ये संकेत भी दिए थे कि आगामी लोकसभा चुनाव में वो वायनाड से चुनाव लड़ सकते हैं।