रोसड़ा (समस्तीपुर)(आससे)। बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में निरंतर वृद्धि होने से लोगों को अब बाढ़ का भय सताने लगा है। शहर के सीढ़ीघाट स्थित शिव-पार्वती मंदिर में पानी प्रवेश कर गया है, जिससे वहां पूजा-अर्चना पूरी तरह बाधित हो गया है। वहीं तटबंध के निचले हिस्से नदी की पेटी में बसे लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर गया है। ऐसे प्रभावित परिवार के लोग तटबंध पर झोपड़ी बना एवं पोलीथीन टांगकर शरण ले रखा है।
नदी के जलस्तर में लगातार हो रहे वृद्धि के कारण ऐसे प्रभावित परिवारो की स्थिति बद से बदतर होते जा रही है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल रोसड़ा से मिली जानकारी के अनुसार रविवार को दिन के चार बजे तक में नदी का जलस्तर 45.45 मी. दर्ज की गई। नदी का जलस्तर प्रति घंटा डेढ़ सेमी. की रफ्तार से बढ़ रहा है। जलस्तर में हो रहे वृद्धि के कारण नदी की धारा में भी काफी गति है।
बता दें कि नदी के बाएं तटबंध की पेटी में शहर के राजेन्द्र आश्रम के समीप से पुरानी रेल पुल स्थित सूर्य मंदिर तक 100 सौ से अधिक परिवार के बसे लोगों में दहशत का माहौल है। वहीं दूसरी ओर रुक-रुक कर हो रहे बारिश से भी लोग परेशान है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के जेई सत्येन्द्र शर्मा ने बताया कि नदी के जलस्तर में हो रहे वृद्धि को देखते हुए तटबंधों की लगातार निगरानी जारी है। जगह-जगह बाढ़ संघर्षात्मक कार्य जोरों पर है। तटबंधों की विशेष सुरक्षा को लेकर जगह-जगह प्लास्टिक वैग में मिट्टी एवं बालू भरकर रखा गया है। उन्होंने बताया कि फिलहाल तटबंध पर कोई खतरा नहीं है।