पटना

सीएम ने किया तीन दिवसीय बिहार दिवस का आगाज


बिहार को आगे बढ़ायेंगे : नीतीश

      • प्रेम, भाईचारा और सद्भाव बना रहे
      • 17 प्रतिशत से अधिक हरित आवरण के लक्ष्य को करेंगे हासिल

(आज समाचार सेवा)

पटना। ऐतिहासिक गांधी मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को तीन दिवसीय बिहार दिवस का रंग बिरंगे गुब्बारे उड़ा कर आगाज किया। उपस्थित जनसमूह को संबेाधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार को आगे बढ़ायेंगे। हम अभी और आगे बढ़ेंगे, तेजी से बढ़ेंगे। समाज में प्रेम, भाईचारा और सद्भाव का माहौल हर हाल में बनाये रखना है। गड़बड़ करने वालों से सचेत और सजग रहना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने कौन-कौन सा काम नहीं किया है। जलवायु परिवर्तन के प्रति लोगो को सचेत और जागरूक रखना है। कोरोना के प्रति भी लोगों को सचेत रखना है। उन्होंने कहा कि तीन साल के बाद फिर गांधी मैदान में वृहद पैमाने पर बिहार दिवस का आयोजन हो रहा है। कार्यक्रम २०१० से चल रहा है। इसे शुरू करने की चर्चा २००९ मे हुई थी। पहले बिहार भी बंगाल का हिस्सा था। १९११ के नवंबर माह में बंगाल से अलग कर बिहार को अलग राज्य बनाने का तय हुआ। २२ मार्च २०१२ को इसकी औपचारिक घोषणा हुई। १००वें वर्ष पर वृहद कार्यक्रम हुआ था। आज बिहार दिवस की प्रासंगिकता इस कदर बढ़ गयी है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने फोन कर बधाई दी है।

उन्होंने कहा कि बिहार में कितने ऐसी चीजें हैं सब लोग जानते हैं। आज कितना कार्यक्रम हो रहा है। पर्यटन विभाग को ड्रोन शो शुरू हुआ है। बिहार दिवस की महत्ता सभी को पता है। विभिन्न धर्मों की धर्मस्थली रही है बिहार, बिहार भगवान बुद्घ और भगवान महावीर की जन्म स्थली रही है। गुरूनानक देव जी बिहार आये। गुरू तेगबहादुर भी आये और दशवें गुरू गुरू गोविंद सिंह जी की जन्म स्थली भी बिहार है। बिहार सूफी संतों की भी भूमि रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रबंधन प्राधिकारण के माध्यम से आपदा से बचाव के बारे में जानकारी दी जा रही है। नयी पीढ़ी के बच्चे तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि समाज के सभी तबके क उत्थान के लिए हमने काम किया हैं। २००५ के पहले बिहार की क्या स्थिति थी। शाम होते ही लोग घर से नहीं निकलते थे। आज देखिये देर रात भी महिलायें बेधडक़ मार्केटिंग करते दिखते हैं। उन्होने कहा कि पूरे देश में बिहार क्षेत्रफल के हिसाब से १२वें स्थान पर है जबकि आबादी के हिसाब से तीसरे स्थान पर है। आगे बढऩे के लिए काम किया जा रहा है। महिलाओं के प्रजनन दर में कमी आयी है। अभी तीन है और आने वाले दिनों में इसे दो पर लाना है। हम अभी और आगे बढ़ेंगे तेजी से बढ़ेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चंद लोग गड़बड़ करते ही हैं। उनके चक्कर में नहीं पडऩा है। प्रेम और भाईचारा का महौल रखना है। भवन बनवायें उसकों मेंटेन भी रखना है। उन्होंने कहा कि जल-जीवन-हरियाली बिहार दिवस का थीम है। इसके तहत अब तक १६६८० तालाब को अतिक्रमण मुक्त कराया गया है। ८७९५ तालाब एवं २२४५३ आहर पईन का जीर्णोद्घार कराया गया है। १४८५९ कुओं का जीर्णोद्घार कराया गया। एक लाख २९ हजार ३३० कुआं व चापकल के समीप सोख्ता का निर्माण कराया गया। ७६५७ चेकडैम का निर्माण कराया गया। गंगा जल को कई जगहों पर जल्द पहुंचना शुरू हो जायेगा। बरसात से पहले घरों में गंगा जल पहुचना शुरू हो जायेगा। २०३१८ नये जलश्रोतों का निर्माण कराया गया है। घर के छत पर १३२२१ वाटर हार्वेस्टिंग बनाया गया है।

उन्होंनें कहा कि राज्य विभाजन के बाद बिहार हरित आवरण नौ प्रतिशत था आज २८ करोड़ से अधिक पौधा रोपण कर १५ प्रतिशत हरित आवरण कर लिया है। १७ प्रतिशत हरित आवरण हासिल करने का लक्ष्य है हम लक्ष्य से अधिक उपलब्धि हासिल करेंगे। पूरे राज्य में हरियाली का वातावरण बनायेंगे। राज्य में तीसरा कृषि रोड मैप चल रहा है। अब मौसम अनुकूल कृषि पर कार्य चल रहा है। इसके तहत लोगों को ट्रेनिंग दी जा रही है। पुआल अवशेष प्रबंधन पर भी काम हो रहा है। कृषि विभाग इस पर तेजी से काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा ही असली ऊर्जा है। २००० सरकारी भवनों पर इसे अधिष्ठापित किया जा चुका है। यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। इन सब चीजों के लिए हमें सजग और सचेत रहना है।

समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार, लघु सिंचाई मंत्री संतोष कुमार सुमन, कला संस्कृति एवं युवा मंत्री आलोक कुमार झा, पूर्व मंत्री राणा रंधीर, विधान पार्षद रामबच्चन राय, पूर्व विधान पार्षद हरेंद्र प्रसाद सिंह,  मुख्यमंत्री के परामर्शी अंजनी कुमार सिंह, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, डीजीपी एसके सिंघल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार एवं डा एस सिद्घार्थ, अपर मुख्य सचिव शिक्षा संजय कुमार समेत कई विधायक, विधान पार्षद व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।