वाराणसी

सीर पहुंचे डेरा सच्चा खण्ड बल्ला के गद्दीनशीन संत निरंजन दास


अनुयायियों ने की पुष्प वर्षा, लगाये गगन भेदी जयकारे

गुरू रविदास जन्म स्थान पब्लिक चेरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन और डेरा सच्चा खण्ड बल्ला. के गद्दीनशीन संत निरजन दास गुरुवार को संत रविदास की जन्मस्थली सीर पहुंचे। जहां उनके अनुनानियो का हुजुम उमड़ पड़ा। रैदासियों ने संत रविदास के गगनभेदी जयकारे लगाये। पूरा माहौल गुरू भक्ति से सराबोर हो गया। इससे पूर्व कोरोना गाइड लाइन को देखते हुए दो दर्जन रैदासियों गुरू रविदास जन्म स्थान पब्लिक चेरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन और डेरा सच्चा खण्ड बल्ला. के गद्दीनशीन संत निरजन दास इण्डिको एयर लाइन्स के विमान से नयी दिल्ली से बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्टï्रीय हवाई अडडे पहुंचे। स्वागत के पहुंचे अनुनानियों ने अपने गुरू पर पुूष्प वर्षा की। इसके बाद वाहनों का काफिले के साथ सभी सीर गोर्वधन में रविदास जयन्ती के आयोजन में शामिल होने के लिए रवाना हो गये।

मेले में बढ़ायी गयी चौकसी

गुरू रविदास जन्म स्थान पब्लिक चेरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन और डेरा सच्चा खण्ड बल्ला. के गद्दीनशीन संत निरजन दास के पहुंचने पहले ही प्रशासन ने सुरक्षा की पुरी तैयारी कर ली थी साथ ही मेला क्षेत्र में ही सुरक्षा और बढ़ा दी थी। सादे में भी खुफिया और पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं।संत निरंजन दास के आने से पहले उनकी सुरक्षा में लगे अधिकारी और जवानों को सुरक्षा को देखते हुए निगरानी में तैनात किया है।

प्रशासन करेगा शोभायात्रा का उद्घाटन

रविदास जयंती पर मैदागिन से निकलने वाली शोभायात्रा को लेकर हर बार विवाद की स्थिति बनती है। इस बार भी दो पक्षो की सहमति नहीं बनी तो गुरुवार को लंका थाने पर  एसपीसिटी विकास चंद्र त्रिपाठी के सामने लंबी बातचीत के बाद सहमति बनी। इंस्पेक्टर लंका ने बताया कि शोभायात्रा का उद्घाटन प्रशासन की तरफ से किया जाएगा और पहली शोभायात्रा महंत भारत भूषण के तरफ से निकलेगी उसके बाद शोभयात्रा आगे बढ़ेगी।

संत के जन्मस्थली पर पहुंचेगी प्रियंका और अखिलेश

संत रविदास जयन्ती पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सीरगोरर्वधन पहुंचकर संत रविदास के दरबार में हाजिरी लयायेगी। उसके बाद सपा के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी सीरगोवर्धन पहुच कर माथा टेकेगे।

गुरुवाणी से गूंजी जन्मस्थली

संत रविदास जयन्ती पर उनकी जन्मस्थली सीरगोर्वधन में रैदासियों के आने का सिलसिला जारी है । सारे अनुयायी अपने अपने तरीके से संत रविदास की  सेवा में लगे हुए है। कोई लंगर में सेवादार लगा हुआहै तो कोई रैदासियों की धुन रंग रहा है। भजन कीर्तन संत रविदास के दोहे की गूंज जन्मस्थली क्षेत्र में अलग सी मिठास घोल रही है।