पीलीभीत(हि.स.)। उत्तर प्रदेश में पीलीभीत के बाल विकास पुष्टाहार विभाग अमरिया तहसील क्षेत्र में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी प्रताप राम की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। सुबह महिला अस्पताल में वैक्सीन लगने के बाद शाम को घर आने पर उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। जब तक उन्हें अस्पताल ले जाया जाता, उनकी मौत हो गई। इस मामले में सीएमओ सीमा अग्रवाल के अनुसार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी लंबे समय से हृदय रोग से पीडि़त थे। सुबह तड़के 4 से 5 बजे के करीब मृत कर्मी का पोस्टमार्टम उसके परिजनों की सहमति से कराया गया। सीएमओ ने मीडिया को बताया कि रिपोर्ट के अनुसार मृत कर्मी की मौत का कारण ह्रदय रोग बताया गया है। परिजनों के अनुसार मृतक का ह्रदय का 2007 में ऑपरेशन हुआ था। तब से उसको कोई भी परेशानी नहीं थी। पोस्टमाटर्म रिपोर्ट के अनुसार उसका हार्ट बढ़ा हुआ भी पाया गया। सीएमओ ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और परिजनों के बयान दोनों ही को उन्होंने डीएम को तथा शासन को आज ही भेज दिया है। जिला प्रशासन के अनुसार पिथौरागढ़ में गांव किमटा गंगोलीघाट के निवासी प्रताप राम लंबे समय से पीलीभीत में कार्यरत हैं। वे बाल विकास विभाग अमरिया में पिछले 6 वर्ष से तैनात हैं। गुरुवार को उन्हें जिला महिला अस्पताल में कोरोना वैक्सीन लगाई गई थी। वैक्सीन लगने के बाद वे शाम को डयूटी खत्म होने पर अमरिया में अपने आवास पर पहुंचे। शाम को 5 बजे उनकी तबियत बिगड़ गई। उनके घर के आसपास के लोग वहां पहुंच गए पर जब तक उन्हें चिकित्सा सुविधा मिलती उनकी मौत हो गई। उन्हें बाद में अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।