पटना (आससे)। बुधवार को बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान के आमसभा बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें राज्य में हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये। बैठक में तय हुआ कि उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान द्वारा राज्य में बड़े पैमाने पर हस्तशिल्प के क्षेत्र में प्रशिक्षण प्रारंभ किया जायेगा।
बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि रोजगार की संभावनाएं बढ़ाने के साथ ही यह भी जरूरी है कि बिहार के युवा-युवतियों को बढिय़ा प्रशिक्षण मिले ताकि वो रोजगार के लायक बन सकें। उन्होंने कहा कि उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान बिहार का गौरव है। इस संस्थान से हस्तशिल्प के क्षेत्र में प्रशिक्षण पाने के बाद बिहार के युवाओं के लिए नये अवसर खुलेंगे। उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान की आमसभा बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि संस्थान में प्रशिक्षण के जो स्थायी पद हैं, उस पर नियुक्ति के लिए नियमावली बनायी जाय।
बैठक में उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान, पटना को भारतीय आयकर अधिनियम की धारा १२ए एवं ८०जी के अंतर्गत निबंधन कराने के प्रस्ताव को भी सर्वसम्मति से स्वीकृति दी गयी। बैठक में निदेशक, संस्थान द्वारा बताया गया कि संस्थान में स्थायी प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षणार्थियों को अभी भी ८०० रुपये प्रतिमाह दिया जाता है, जिसे बढ़ाकर १००० रुपये करने पर आमसभा द्वारा अपनी सहमति दी गयी।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि पटना आर्ट कॉलेज और उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान में आपसी सामंजस्य बैठाकर आर्ट एंड क्राफ्ट की गतिविधियों को बढ़ावा दिया जायेगा। इसके लिए दोनों पक्षों के बीच एक एमओयू हस्ताक्षर करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया।