पटना

हाजीपुर में ढाई लाख रुपये रिश्वत लेते प्रमंडलीय लेखा पदाधिकारी गिरफ्तार


हाजीपुर (आससे)। इंजीनियरिंग कॉलेज भवन के बिल पास करने के नाम पर मंगलवार को ठीकेदार से रिश्वत मांग रहे प्रमंडलीय लेखा पदाधिकारी प्रमोद कुमार को निगरानी विभाग पटना की टीम ने समाहरणालय से दो लाख रुपय के रुपय रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है। निगरानी के कार्रवाई से अन्य कर्मियों के बीच हडक़ंप मच गई।

मिली जानकारी के अनुसार निगरानी विभाग को वैशाली जिले के विदुपुर में इंजीनियरिंग कॉलेज बना रहे संवेदक दिलीप कुमार से बिल पास करने के नाम पर 3.50 लाख रुपय की मांग की जा रही थी, जिसमे एक लाख रुपया पहले दे चुका। लेखा पदाधिकारी प्रमोद ने बाकी के 2.50 लाख रुपय को लेकर हर दिन बिल पास करने के लिये टालमटोल कर रहा था। जिसके बाद संवेदक ने निगरानी विभाग पटना को एक लिखित शिकायत दी। जिसके बाद पूरे मामले की जांच की गई, जिसमे रिश्वत मांगने की बात सही पाया गया।

जिसके बाद निगरानी विभाग के डीएसपी सुरेंद्र कुमार एव डीएसपी अरुनदाय पांडे के नेतृत्व में समाहरणालय परिसर स्तिथ भवन प्रमंडल कार्यालय में शिकायतकर्ता संवेदक के द्वारा ढाई लाख रुपये देते हुय रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया गया। निगरानी टीम द्वारा लेखा पदाधिकारी के घर पर भी छापेमारी की गई है।

इस संबंध निगरानी विभाग पटना के सुरेंद्र कुमार ने बताया कि इंजीनियरिंग कॉलेज के भवन बना रहे दिलीप कुमार से बिल पास करने के नाम पर 3.50 लाख रुपये की मांग की लिखित शिकायत पर पूरे मामले की जांच किया तो सत्य पाया गया। जिसके बाद टीम ने समाहरणालय परिसर में जाल बिछाकर शिकायतकर्ता को रिश्वत देने लिए कहा गया, जिसके बाद उन्होंने ढाई लाख रुपये के साथ रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया गया। निगरानी डीएसपी ने कहा कि पटना कार्यालय में पूछताछ कर निगरानी कोर्ट पेश किया जाएगा। निगरानी विभाग पटना की छापेमारी टीम में इंस्पेक्टर सतेंद्र राम, जहांगीर अंसारी, एएसआई अविनाश झा शामिल थे।