नई दिल्ली। गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर भी सभी पार्टियों ने अपनी अपनी कमर कस ली है। ऐसे में अगर पिछले नगर निकाय चुनावों के नतीजे पर एक नजर डाले तो उसमें भाजपा का ही डंका बजता दिख रहा है। इतना ही नहीं पाटीदार नेताओं का गढ़ कहलाने वाले सूरत में भी कांग्रेस के हाथ निराशा लगी थी।
ऐसे में अब जब गुजरात विधानसभा चुनाव में एक साल का ही वक्त बचा है तो पाटीदार और कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल (Hardik Patel) ने अपनी चुप्पी तोड़ दी है। हार्दिक पटेल ने कहा कि पार्टी उनका सही से इस्तेमाल नहीं कर पा रही है। ऐसे में उन्होंने ने भी कहा कि कांग्रेस के कुछ नेता उन्हें नीचे खीचने की कोशिश कर रहे हैं।
क्या है पूरा मामला
एक मीडिया हाउस से बात करते हुए हार्दिक पटेल ने कहा कि कांग्रेस के राज्य नेतृत्व ने अभी भी स्थानीय चुनाव को लेकर मेरे साथ एक भी बैठक नहीं की। अभी तक जितनी भी रैली मैने निकाली हैं वो सब अपने दम पर निकली है।इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि अगर अहमद पटेल आज अगर जिंदा होते तो बीजेपी को 219 सीट कभी भी नहीं लेने देते।
निकाय चुनाव को लेकर बोले पटेल
साल 2015 में आए निकाय चुनाव के नतीजों को लेकर हार्दिक ने कहा कि चाहे वो नतीजे तालुका के हो , नगरपालिका के हो या महानगरपालिका के हो ये सभी कोटे के आंदोलन की वजह से आए थे।मैं लगातार पार्टी नेताओं को समझता रहता हूं और अब भी मैं यही कहता हूं कि मैं जितने भी दिन मैं दौरा कर रहा हूं उसका फैसला प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) नहीं करती है।