विभिन्न विकास कार्यो का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी का भारत धन-संपदा, नौकरी देने वालों और नवोन्मेषियों का है जो देश की असली ताकत हैं। सरकार उन्हें पिछले आठ साल से प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने कहा, ‘स्टार्टअप व नवोन्मेष का रास्ता आसान नहीं है और पिछले आठ वषरें से देश को इस रास्ते पर आगे ले जाना भी आसान नहीं था।’ उन्होंने कहा, ‘सुधारों का मार्ग ही हमें नए लक्ष्यों और नए संकल्प की ओर ले जा सकता है.. हमने अंतरिक्ष और रक्षा क्षेत्र को खोल दिया है जो दशकों तक सरकारी नियंत्रण में थे।’
बेंगलुरु भारत के युवाओं व उद्यमिता के लिए सपनों का नगर
मोदी ने कहा कि बेंगलुरु ने दिखा दिया है कि अगर सरकार सुविधाएं दे और नागरिकों के जीवन में कम हस्तक्षेप करे तो भारतीय युवा क्या कुछ हासिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बेंगलुरु भारत के युवाओं व उद्यमिता के लिए सपनों का नगर है और नवाचार, सार्वजनिक व निजी क्षेत्रों का सही उपयोग इसके मुख्य कारण हैं।
डबल इंजन सरकार ने जो वादा किया, वो हो रहे साकार: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘बेंगलुरु उन लोगों को अपनी मानसिकता बदलना सिखाता है जो आज भी भारत के निजी क्षेत्र और निजी उद्यम को नीचा दिखाते हैं.. शक्तिशाली मानसिकता वाले ये लोग देश की ताकत और करोड़ों भारतीयों की क्षमता को कम आंकते हैं।’ उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार ने जो वादा किया था, उसे आज साकार होते देखा जा सकता है। सोमवार को शुरू की गईं परियोजनाएं जीवन की सुगमता और व्यवसाय करने में आसानी को बढ़ावा देंगी।
बेंगलुरु ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का सच्चा प्रतिबिंब
मोदी ने कहा कि बेंगलुरु ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का सच्चा प्रतिबिंब है और शहर की प्रगति लाखों लोगों के सपनों से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार आजीविका और बुनियादी ढांचा दोनों ही मामलों में शहर के सवरंगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बेंगलुरु के लिए उपनगरीय रेलवे परियोजना के कार्यान्वयन में 40 वर्ष की देरी हुई। अगर वे समय पर पूरी हो जातीं तो शहर के बुनियादी ढांचे पर इतना दबाव नहीं पड़ता। उन्होंने कहा, ‘मैं समय बर्बाद नहीं करना चाहता और एक-एक मिनट काम करूंगा।’