Post Views:
723
Related Articles
दुव्र्यसन है आलस्य
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 699 श्रीराम शर्मा दुव्र्यसनोंको ठंडी आग कहा जाता है। गर्म आगमें जलकर भस्म हो जानेमें देर नहीं लगती परन्तु पानीमें डूब मरनेसे भी दुष्परिणाम वैसा ही भयंकर निकलता है। अन्तर इतना ही रहता है कि आत्मदाह भयानक लगता है और आंखोंमें काफी देरतक दिल दहलानेवाला दृश्य खड़ा किये रहता है, जबकि पानीमें किसीके […]
परिवर्तित होता मानव जीवन परिदृश्य
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 875 एक बार फिरसे इस महामारीने भयंकर रूप धारण कर लिया है। कई देशोंकी व्यवस्थाएं बदल गयी हैं। लगभग एक महीनेसे भारतमें भी इस संक्रमणसे भयंकर स्थिति हो गयी है। देशकी कई राज्य सरकारोंने तीव्र गतिसे फैलते संक्रमण तथा मृत्यु दरमें वृद्धि होनेके कारण फिरसे लॉकडाउन, नाइट कर्फ्यू तथा कई प्रकारकी बंदिशें लगानी […]
जीवन-मरण
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 715 ओशो जिंदगीमें कई बार हारका सामना करना पड़ता है। कुछ लोग हारसे टूट जाते हैं, कुछ फिरसे जुट जाते हैं और कुछ लोग हारको जीतकी ओर रखा एक कदम मानते हैं। परन्तु जब बात जीवन-मरणका हो तो उसे तो जीतना ही पड़ता है। दूसरा यह कि आपके सामने जबतक संकट खड़ा नहीं […]