न्यूयॉर्क, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सात साल पुराने एक केस का निपटारा हो गया है। साल 2015 में राष्ट्रपति चुनाव के अभियान के दौरान ट्रंप के सुरक्षाकर्मियों पर प्रदर्शनकारियों से झड़प करने के आरोप लगे थे। प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने ट्रंप के खिलाफ केस दर्ज किया था। दोनों पक्षों के बीच समझौता क्या हुआ है, इसका पता नहीं चल सका है।
मुकदमे के निपटारे के बाद ट्रंप की वकील अलीना हब्बा ने कहा, ‘हम केस को आगे बढ़ाना चाहते थे, लेकिन दूसरे पक्ष ने इसके निपटारा करने के लिए कहा।’ उन्होंने आगे कहा कि हम इसके नतीजे से खुश हैं और मामले को खत्म करने के लिए हमें खुशी हो रही है।
क्या है मामला?
ये मामला 3 सितंबर 2015 का है। मेक्सिको मूल के पांच लोगों ने ट्रंप के सुरक्षाकर्मियों पर हमले के आरोप लगाए थे। पीड़ितों का आरोप था कि मेक्सिको और मेक्सिकन लोगों के बारे में ट्रंप की नकारात्मक टिप्पणियों का विरोध करने पर मैनहटन में एक इमारत के बाहर ट्रंप के सुरक्षाकर्मियों ने उन पर हमला किया था।
लोगों के लिए रहेगा फुटपाथ
न्यूज रिपोर्ट में दावा किया गया था कि कुछ गार्ड प्रदर्शनकारियों के हाथों से पोस्टर को छीनकर फाड़ रहे थे। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों के साथ उनकी हाथापाई हो गई। प्रदर्शनकारियों के वकील बेंजामिन डिक्टर ने समझौते के बाद कहा कि शक्तिशाली लोग इमारतों पर अपना नाम लगा सकते हैं, लेकिन फुटपाथ तो हमेशा लोगों के लिए ही रहेगा।
बता दें कि इस केस में डोनाल्ड ट्रंप, उनके संगठन और उनके अभियान के अलावा सुरक्षाकर्मियों को आरोपी बनाया गया था। पीड़ित प्रदर्शनकारी अन्य मांगों के अलावा ट्रंप से मुआवजे की मांग कर रहे थे।