तेहरान, : ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी (Ebrahim Raisi) अमेरिकी दौरे पर हैं। न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में इस सप्ताह के अंत में उनका संबोधन है। इस दौरे को लेकर उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति जो बाइडन से मिलने की उनकी कोई योजना नहीं है। यह जानकारी समाचार एजेंसी एपी ने दी।
ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने अमेरिका रवाना होने से पहले तेहरान हवाई अड्डे पर स्थानीय मीडिया से बात की। विश्व शक्तियों के साथ ईरान के टूटे हुए परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करने के लिए बातचीत रुकी हुई है। रईसी ने कहा कि अमेरिकी नेताओं के साथ बैठक या बातचीत की हमारी कोई योजना नहीं है। न ही हमारी अमेरिकी राष्ट्रपति से मिलने की कोई योजना है। इस दौरान ईरानी राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र में अपनी उपस्थिति को दुनिया को कथित दुर्भावना के बारे में समझाने का एक बेहतरीन अवसर बताया है।
रईसी, ईरानी विदेश मंत्री होसैन अमीर अब्दुल्लाहियन और परमाणु वार्ताकार अली बघेरी कानी के साथ अमेरिकी दौरे पर हैं। ईरानी राष्ट्रपति को संयुक्त राष्ट्र महासभा और यूनेस्को की बैठकों को संबोधित करना है।
रुकी हुई है परमाणु समझौते की वार्ता
बता दें कि 2015 के परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करने पर ईरान और विश्व शक्तियों के बीच वार्ता रुकी हुई थी। हालांकि, तेहरान और वाशिंगटन ने हाल के महीनों में रोडमैप के बारीक बिंदुओं पर लिखित प्रतिक्रियाओं का व्यापार किया है। जो कि ईरान के खिलाफ प्रतिबंधों को इसके तेजी से आगे बढ़ने वाले परमाणु कार्यक्रम को प्रतिबंधित करने के बदले में उठाएगा।
अमेरिका नहीं है भरोसेमंद: रईसी
गौरतलब है कि 1979 में तेहरान में उग्रवादी छात्रों द्वारा अमेरिकी दूतावास के अधिग्रहण के बाद से ईरान और अमेरिका के बीच कोई राजनयिक संबंध नहीं रहे हैं। रविवार को सीबीएस में प्रसारित हुए एक साक्षात्कार में राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका भरोसेमंद नहीं है। साथ ही उन्होंने गारंटी की मांग की कि वाशिंगटन परमाणु समझौते से फिर से नहीं हटेगा जैसा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 2018 में किया था। रईसी ने सीबीएस को यह भी बताया कि ईरान अमेरिका के साथ कैदियों के आदान-प्रदान पर चर्चा करने के लिए तैयार है।