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JDU के NDA छोड़ने से राज्यसभा में BJP की बढ़ेगी चुनौतियां, विधेयकों को पारित कराने में इन दलों को लेना होगा साथ


नई दिल्‍ली, । नीतीश कुमार ने एनडीए (NDA, National Democratic Alliance) का साथ छोड़ने के बाद बुधवार को आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर पद और गोपनीयता की शपथ ली। साथ ही यह भी कहा कि भाजपा को अब 2024 के लोकसभा चुनाव में अपने प्रदर्शन को लेकर ‘चिंता’ करने की जरूरत है। वैसे बिहार में हुए इस बड़े सियासी उलटफेर के बाद भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए की चुनौतियां बढ़ने वाली हैं।

समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक जनता दल-यू (Janata Dal-United) के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए से बाहर होने के बाद भाजपा को अब राज्यसभा में महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित करने के लिए बीजद और वाईएसआर कांग्रेस जैसे क्षेत्रीय संगठनों पर अधिक निर्भर रहना होगा। वैसे लोकसभा में भाजपा को कोई कठिनाई नहीं होगी क्‍योंकि यहां उसके पास पूर्ण बहुमत है। लोकसभा में जद (यू) के 16 सांसद हैं।

राज्यसभा में भाजपा की चुनौतियां बढ़ेंगी। उच्‍च सदन में भाजपा के पास बहुमत नहीं है। राज्‍यसभा में भाजपा के पास केवल 91 सदस्य हैं। यहां एनडीए को कुल 110 सांसदों का समर्थन प्राप्त है, जिसमें दो निर्दलीय और अन्नाद्रमुक के चार सांसद शामिल हैं। 245 सदस्यीय उच्‍च सदन में भाजपा को साधारण बहुमत के लिए 123 सदस्‍यों के समर्थन की आवश्यकता होगी। इसके लिए उसे निर्दलीय और बीजद या वाईएसआरसीपी के समर्थन की आवश्यकता होगी।

राज्यसभा में बीजू जनता दल (बीजद) और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नौ-नौ सांसद हैं। इन दोनों ही दलों ने हाल के दिनों में प्रमुख विधेयकों को पारित कराने में सत्तारूढ़ दल को अपना समर्थन दिया है। एनडीए के सहयोगी क्षेत्रीय दलों के आठ अन्य सांसदों में आरपीआई-ए के रामदास अठावले, सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के हिशे लाचुंगपा, असम गण परिषद (एजीपी) के बीरेंद्र प्रसाद वैश्य, पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) के अंबुमणि रामदास और तमिल मनीला कांग्रेस (मूपनार) के जीके वासन हैं।

नेशनल पीपुल्स पार्टी (National People’s Party) के वानवीरॉय खार्लुखि (Wanweiroy Kharlukhi), मिजो नेशनल फ्रंट (Mizo National Front) के के. वनलालवेना (K Vanlalvena) और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी (लिबरल) के रवंगवारा नारजारी (Rwngwra Narzary) भी भाजपा का समर्थन कर रहे हैं। इसके अलावा दो निर्दलीय सांसद, असम से अजीत कुमार भुइयां और हरियाणा से कार्तिकेय शर्मा भी सत्तारूढ़ एनडीए के साथ हैं।