पटना

अरवल: छिटपुट घटनाओं को छोड़ शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ दूसरे चरण का मतदान


      • अरवल में इक्सठ फ़ीसदी पड़े वोट, महिलाओं ने बढ़चढ़कर लिया हिस्सा
      • डीएम-एसपी सहित जिले के सभी अधिकारियों ने केंद्रों का लिया जायजा

अरवल। बुधवार को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में सदर प्रखंड के 12 पंचायतों में 6 पदों के लिए 144 मतदान केंद्रों पर वोटिंग की प्रक्रिया संपन्न हुई। सुरक्षा के कड़े इंतजाम के बीच सुचारू ढंग से मतदान की प्रक्रिया सुबह सात बजे से शुरू हुई। सुबह से ही मतदाता कतारबद्ध होकर मतदान करते नजर आए। जिउतिया पर्व होने के कारण महिला सुबह ही मतदान केंद्र पर पहुंच गई और वोट देकर पर्व मनाने के लिए घर को रवाना हो गयी।

कई बूथों पर ईवीएम की खराबी का मामला भी सामने आया, जिसे लेकर काफ़ी शोरगुल भी हुआ। लेकिन, फि़र ईवीएम बदली गई और वोटिंग शुरू कराई गई। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया मतदाताओं की संख्या भी बढ़ती चली गई। शाम 5 बजे तक 61 फ़ीसदी मतदान हुई। 57 फ़ीसदी पुरषों ने मतदान किया तो महिलाओं का प्रतिशत 66 रहा। मतदान को लेकर पुलिस प्रशासन विधि व्यवस्था को लेकर चुस्त-दुरुस्त नजर आई। डीएम जे प्रियदर्शनी व पुलिस अधीक्षक राजीव रंजन के अलावे एसडीपीओ रौशन कुमार व कई वरीय अधिकारी बूथों का दौरा करते नजर आएं।

इधर मतदान के दौरान कुछ छिटपुट घटनायें भी सामने आईं। जानकारी के अनुसार सकरी पंचायत के सकरी इब्राहिमपुर बूथ नंबर 16, 17 और 18 पर मतदान की प्रक्रिया सुचारू ढंग से चल रही थी। इसी क्रम में दोपहर में दो वार्ड सदस्य के उम्मीदवार आपस में भिड़ गए जिससे कुछ देर के लिए विधि व्यवस्था भंग हो गई और अफ़रातफ़री का माहौल कायम हो गया। दोनों तरफ़ से जमकर लाठी आैर डंडे चले, जिसमें दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं कई लोगों को मामूली चोट भी आई। घटना की जानकारी मिलने के बाद उप विकास आयुक्त अमृसा बैंस, अनुमंडल पदाधिकारी दुर्गेश कुमार के साथ भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंची और उपद्रवियों को मतदान केंद्रों से खदेड़ दिया। इस घटना में शामिल आधा दर्जन लोगों को हिरासत में भी लिया गया। पुलिस बल के द्वारा लोगों से शांति कायम करने की अपील की गई।

डीएम और एसपी ने महिलाओं का बढ़ाया उत्साह

प्रसादी इंग्लिश बूथ संख्या 14, 15 और 17 समेत कई बूथों पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने दौरा किया। इस दरमियान प्रसादी इंग्लिश बूथ पर महिलाओं की लंबी कतार लगी हुई थी। बूथ पर तैनात महिला सुरक्षाकर्मी अकेले ही महिलाओं की भारी भीड़ को संभालती नजर आई। प्रत्येक बूथ पर एक महिला सुरक्षाकर्मी को तैनात किया गया था, जो महिलाओं को कतार में लगा रही थी। वही कई बूथों पर बिना स्याही लगाए वोटर भी मतदान कर निकलते दिखे। इस दरमियान पुलिस अधीक्षक राजीव रंजन के द्वारा मतदाताओं के उंगली पर निशान चेक किया गया तो इक्के दुक्के ऐसे मतदाता नजर आए जिनके उंगली पर निशान नहीं था। हालांकि बाद में उन्हें सुरक्षाकर्मियों के द्वारा निशान लगवाया गया।

कई बूथों पर खराब हुई ईवीएम, घंटों बाधित रहा मतदान

सदर प्रखंड में दूसरे चरण के मतदान को लेकर 144 मतदान केंद्र बनाए गए थे। सभी केंद्रों पर मतदान कर्मी सुबह सात बजे से पहले पहुंचकर मतदान की प्रक्रिया शुरू कराई गयी। हालांकि आधा दर्जन मतदान केंद्रों पर ईवीएम खराब होने की वजह से घंटो मतदान बाधित रहा। इन केंद्रों पर मतदान कर्मियों को कोपभाजन का शिकार होना पड़ा। आखिरकार ईवीएम बदली गई जिसके बाद मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई। ईवीएम खराब होने से मतदाताओं की भारी भीड़ मतदान केंद्र पर देखने को मिली। इस दरमियान काफ़ी संख्या में महिला और पुरुष कतारबद्ध होकर ईवीएम बदले जाने की इंतजार करते रहे। फ़खरपुर पंचायत के बूथ नंबर 44 ईवीएम खराब हुई, जिसके कारण देर से मतदान शुरू हुई। वहीं रामपुर वैना पंचायत के बूथ नंबर 96 के अलावे अन्य जगहों पर भी ईवीएम की खराबी की खबर आई, जिसके बाद ईवीएम बदला गया।

मतदान को ले सुबह से ही महिलाओं की दिखी लम्बी कतारें

जिउतिया पर्व के कारण मतदान केंद्रों पर सुबह से ही महिलाओं की लंबी कतारें नजर आईं। वोट देने को लेकर महिलाओं में एक अलग ही उत्साह देखने को मिला। वही दोपहर बाद पुरुष मतदाता बूथों पर नजर आए, जहां शाम 5 बजे तक मतदान चलता रहा। कई बूथों पर लंबी कतार होने की वजह से 5 बजे के बाद भी मतदान की प्रक्रिया चलती रही। शाम 5 बजे के बाद जिन बूथों पर मतदान कराया गया, वहां अलग से पुलिस बल की तैनाती की गई। मतदान प्रतिशत की बात करें तो पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं ने बढ़-चढ़कर मतदान किया,जिससे महिलाओं की प्रतिशत अधिक रहा। जिला प्रशासन के आंकड़े के अनुसार दोपहर तक महिलाओं ने 55 फ़ीसदी मतदान कर चुकी थी। जबकि महज 20 फ़ीसदी पुरषों ने ही मतदान किया था।