अरवल। आपदा प्रबंधन प्राधिकार के सौजन्य से बाढ़ सुरक्षा सप्ताह को लेकर समाहरणालय सभाकक्ष में बैठक हुई। बैठक की अधध्यता डीएम जे प्रियदर्शनी ने की। बैठक के दौरान संभावित बाढ़ को लेकर प्रशासनिक तैयारी की समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान बताया गया कि सभी प्रखंडों में वर्षा मापक यंत्र कार्यरत है वर्षा पात के आंकड़ों का नियमित संग्रह एवं विभागीय वेबसाइट पर अपलोड किया जा रहा है। जिले में सोन नदी एवं पुनपुन नदी से संभावित प्रभावित 39 बसावट गांव को चिन्हित किया गया है एवं नजरी नक्शा तैयार कर लिया गया है।
बाढ़ से बचाव को मद्देनजर 8 निजी एवं 9 सरकारी नाव के साथ 20 प्रशिक्षित नाविक जिला में उपलब्ध है। 2104 पॉलीथिन शीट उपलब्धा है बताया गया कि पुराने नाव को मरम्मत कराने हेतु अंचल अधिाकारी को निर्देशित किया गया है तथा नई नाव खरीद करने के लिए अधियाचना की मांग की गई है। बताया गया कि जिले में दो महाजाल उपलब्ध है। बाढ़ पीड़ित लोगों को सहायता हेतु सत्तू, नमक, चूड़ा, गुड, मोमबत्ती, दियासलाई, किरासन तेल समेत अन्य सामानों का दर निर्धारण हेतु निविदा का प्रकाशन कर दिया गया है। बताया गया कि बाढ़ के दौरान पीड़ित को खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लिए 18 गोदाम में खाद्यान्न उपलब्ध है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मानव दवा पशु विभाग द्वारा जिले में पशुओं की दवा उपलब्ध है।
बैठक के दौरान डीएम ने पूजा स्थल पर आवश्यक सुविधा करने का निर्देश दिया। सभी को माइक्रोप्लान बनाने पर जोर देने को कहा गया। साथ ही नगर परिषद को ड्रैगन लाइट जेसीबी गैस कटर पंप मोटर फ़ागिंग मशीन ब्लीचिंग समेत अन्य सामान की व्यवस्था करने का निर्देश डीएम ने दिया। बैठक में आपदा प्रबंधन शाखा प्रभारी बृज किशोर पांडे, एलआरडीसी ज्योति कुमार, डीपीआरओ विदुर भारती सहित आपदा प्रबंधन के सदस्य व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।