नई दिल्ली, : राष्ट्रपति भवन के अमृत उद्यान में उद्यान उत्सव 2023 आज से शुरू हो गया है। इस उद्यान उत्सव में आज मंगलवार से आम नागरिक भी हिस्सा ले सकेंगे। सुबह दस बजे से शाम चार बजे तक नागरिकों को प्रवेश दिया जाएगा।
पहले ही दिन लोगों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। परिवार के साथ लोग अमृत उद्यान देखने आ रहे हैं। अमृत उद्यान में अब तक पांच हजार लोगों का प्रवेश हो चुका है। मौके पर 10 के करीब कियोस्क लगाए हुए हैं जहां आप स्वयं टिकट ले सकते हैं। जबकि यहां सहायता के लिए भी कर्मी बैठे हुए हैं। यहां आने वाले ज्यादातर लोग पहले से टिकट लेकर आ रहे हैं। बता दें कि प्रवेश के लिए टिकट के साथ पहचान पत्र भी होना जरूरी है।
आज यानी 31 जनवरी से शुरू हुआ यह उत्सव 26 मार्च तक आम नागरिकों के लिए चलेगा। जबकि 28 से 31 मार्च तक के बीच में अलग-अलग विशेष समूह के नागरिक इसे देखने आएंगे। 29 मार्च को दिव्यांग, 30 मार्च को रक्षा बलों, अर्धसैनिक बलों और पुलिस के कर्मियों के लिए जबकि 31 मार्च को सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाएं और आदिवासी महिलाएं आमंत्रित की जाएगी।
गेट नंबर 35 से मिल रहा प्रवेश
राष्ट्रपति भवन ने आनलाइन से लेकर आफलाइन टिकट की व्यवस्था की है। राष्ट्रपति भवन के गेट नंबर 35 से प्रवेश दिया जा रहा है। आनलाइन टिकट न ले पाने नागरिक यहां मौके पर ही मशीन से टिकट ले सकते हैं। टिकट पूरी तरह निशुल्क होगी। एक बार में अधिकतम दस व्यवक्ति की टिकट ली जा सकती है। आगंतुकों की सहायता के लिए वनस्पति विज्ञान की पढाई करने वाले छात्र भी लोगों को पौधे के बारे में बताने में मदद करेंगे। प्रत्येक दिन 20 गाइड उद्यान में जगह-जगह मौजूद रहेंगे।
आफलाइन भी ले सकते हैं टिकट
मुगल गार्डन के नाम से मशहूर इस उद्यान का नाम आजादी के अमृत महोत्सव के तहत अमृत उद्यान किया गया है। उद्यान में इस बार 12 अनूठी ट्यूलिप की किस्में हैं। जबकि 120 तरह के गुलाब के फूलों की किस्में हैं।बाक्स बुकिंग के लिए यह है वेबसाइट नागरिक अमृत उद्यान की अग्रिम टिकट आनलाइन बुकिंग https://rashtrapatisachivalaya.gov.in या https://rb.nic.in/rbvisit/visit_plan.aspx वेबसाइट पर कर सकते हैं । टिकट पूरी तरह निश्शुल्क है।
वेबसाइट के अलावा लोग राष्ट्रपति भवन के मौके पर ही टिकट ले सकते हैं। राष्ट्रपति भवन के गेट नंबर 12 के पास स्वयं सेवा कियोस्क पर अपना पंजीकरण कराना होगा। इसमें एक व्यक्ति के पंजीकरण पर 10 लोगों की टिकट एक साथ निकाली जा सकती है। अमृत उद्यान में ब्रिफकेस के साथ कैमरा, रेडियो, ट्रांजिस्टर, बाक्स, छाता, खाने-पीने का सामान ले जाना प्रतिबंधित है। छोटे बच्चों के लिए दूध और पानी की बोतल के साथ मोबाइल फोन, इलेक्ट्रानिक चाबियां, पर्स/हैंडबैग भी ले जा सकते हैं।
डीयू के मुगल उद्यान का नाम भी बदला गया
राजधानी में राष्ट्रपति भवन स्थित मुगल उद्यान का नाम बदलने के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के उत्तरी परिसर स्थित मुगल उद्यान का नाम भी बदल दिया गया है। इसका नाम बदलकर गौतम बुद्ध शताब्दी उद्यान कर दिया गया है। यह उद्यान कुलपति कार्यालय वाइस रीगल लाज के सामने स्थित है।
विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने उद्यान के नाम बदलने के समय के बारे में कहा कि विश्वविद्यालय मार्च में एक फ्लावर शो की मेजबानी करने जा रहा है। फ्लावर शो के लिए ब्रोशर और पैम्फलेट तैयार कराने से पहले ही नाम बदलने पर विचार किया गया।
इस उद्यान को न तो मुगलों ने बनाया था और न ही इसमें कोई मुगल डिजाइन है। जबकि गौतम बुद्ध की प्रतिमा पिछले 15 साल से लगी है। इसलिए उद्यान समिति ने 12 जनवरी के आसपास कुलपति को उद्यान का नाम बदलने की सिफारिश की थी। उद्यान समिति के साथ लंबी चर्चा के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने उद्यान का नाम बदलने को 27 जनवरी को मंजूरी दे दी।