धनबाद। कोयला मजदूरों के 11वें वेतन समझौते में हो रहे विलंब को लेकर ट्रेड यूनियनों में बढ़ रही नाराजगी के बीच कोल इंडिया प्रबंधन ने एक नया दांव खेल दिया है। सब कमेटी में नाम मांगे जाने के बाद हुए विवाद के बाद बीएमएस समेत एचएमएस, एटक एवं सीटू के एक-एक नेता को छह मार्च ( सोमवार ) को उत्पादन एवं उत्पादकता आदि पर चर्चा के लिए कोलकाता बुलाया है। वैसे इस बैठक को लेकर जेबीसीसीआई को लेकर भी विस्तार से चर्चा हो रही है। बैठक हंगामेदार होने की उम्मीद है।
दो महीने से नहीं हुई कोई बैठक
बीएमएस के कोयला प्रभारी व जेबीसीसीआइ सदस्य केलक्ष्मा रेड्डी ने कहा प्रबंधन के रूख के बाद नीति तय होगी। वैसे बैठक में कई मुद्दों पर विचार विमर्श होगा। 19 प्रतिशत एमजीबी पर समझौता के बाद सामाजिक सुरक्षा आदि लंबित मुद्दों को हल करने के मुद्दे पर कोल इंडिया प्रबंधन दो माह से बैठक नहीं बुलाई है। इस दौरान ट्रेड यूनियन नेताओं का मन टटोलने की कोशिश की जाएगी। वैसे 19 प्रतिशत एमजीबी वृद्धि का प्रस्ताव भी केंद्र के पाले में है। जब तक एमजीबी संबंधी प्रस्ताव को स्वीकृति नहीं मिलती, तब तक आगे की बात पर संशय बना हुआ है।
बैठक में वेतन का भी उठेगा मुद्दा
चर्चा में है कि डीपीई गाइडलाइन के अनुसार सबसे नीचे ग्रेड के अधिकारी का वेतन किसी भी स्थिति में सबसे ऊपर ग्रेड के गैर अधिकारी से कम नहीं होना चाहिए। कोल इंडिया डीपी ने मामले में कोयला मंत्रालय को बताया कि वीडीए, पर्क, अटेंडेंस बोनस, एसडीए, फ्यूल अलाउंस तथा स्पेशल अलाउंस आदि जोड़ कर अधिकारियों का ई 3 ग्रेड में शुरुआती वेतन 95820 होता है। वहीं, गैर अधिकारियों में ए वन का वेतन 83309.27 रुपए है।
बैठक में ये अधिकारी होंगे शामिल
कोल इंडिया के मजदूरों को जुलाई 2021 से वेतन समझौता का इंतजार है। इससे 2.62 लाख श्रमिकों को लाभ होना है। एटक से रमेंद्र कुमार, सीटू से डीडी रामानंदन, एचएमएस से नाथलाल पांडेय व बीएमएस से केलक्ष्मा रेड्डी बैठक में हिस्सा लेंगे। अध्यक्षता कोल इंडिया चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल करेंगे। साथ ही हर कंपनी के सीएमडी व निदेशक भी इसमें शामिल होंगे।