- देश में थोक महंगाई दर (Wholesale Inflation) बीते महीने जनवरी के दौरान 2.03 फीसदी रही जोकि इससे पूर्व महीने दिसंबर की तुलना में अधिक है, लेकिन सालाना आधार पर देखें तो थोक महंगाई दर में गिरावट आई है. पिछले साल जनवरी में जहां थोक महंगाई दर 3.52 फीसदी थी वहां इस साल यह घटकर 2.03 रह गई है. वहीं दिसंबर 2020 में देश की थोक महंगाई दर 1.22 फीसदी थी जिसकी तुलना में इस साल जनवरी में महंगाई दर में वृद्धि दर्ज की गई. थोक महंगाई दर के आंकड़े केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी किए गए. बता दें कि जनवरी 2021 के दौरान खुदरा मुद्रास्फीति (Retail Inflation) गिरकर 4.06 फीसदी पर आ गई है. सब्जियों के दाम कम होने की वजह से खुदरा महंगाई (Consumer Price Index) में कमी दिखाई दे रही है.
पिछले हफ्ते शुक्रवार को जारी किए गए सरकारी आंकड़ों के मुताबिक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर 2020 में 4.59 फीसदी दर्ज की गई थी. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक जनवरी 2021 में खाद्य वर्ग में कीमतों में सालाना आधार पर बढ़ोतरी की दर 1.89 फीसदी दर्ज की गई है. बता दें कि दिसंबर 2020 के दौरान खाद्य मुद्रास्फीति की दर 3.41 फीसदी रही थी.
रिजर्व बैंक को सौंपी है खुदरा महंगाई में दो फीसदी घट-बढ़ के साथ चार फीसदी रखने की नीतिगत जिम्मेदारी
गौरतलब है कि संसद ने रिजर्व बैंक को खुदरा महंगाई में दो फीसदी घट-बढ़ के साथ चार फीसदी रखने की नीतिगत जिम्मेदारी सौंपी है. बता दें कि लगातार दूसरे महीने जनवरी के दौरान खुदरा महंगाई दर को इस दायरे में देखने को मिली है. बता दें कि जनवरी 2021 के दौरान सब्जियों की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है. सब्जियों की मुद्रास्फीति शून्य से 15.84 फीसदी नीचे दर्ज की गई है. वहीं दूसरी ओर दाल एवं उत्पाद श्रेणी में मुद्रास्फीति नरमी के साथ 13.39 फीसदी पर आ गई थी. गौरतलब है कि दिसंबर 2020 के दौरान सब्जियों की महंगाई शून्य से 10.41 फीसदी नीचे रही थी. वहीं दूसरी ओर दाल एवं उत्पाद खंड में महंगाई दर 15.98 फीसदी दर्ज की गई थी.