- इसराइल और ग़ज़ा में हमास के बीच जारी हिंसा का हल तलाशने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोशिशें तेज़ हो गई है.
इसराइल पहुंचे अमेरिकी दूत हैदी अम्र ने इसराइली रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज़ और दूसरे सुरक्षा अधिकारियों से बातचीत की है. इधर मिस्र ने भी दोनों पक्षों के बीच संघर्ष-विराम के लिए मध्यस्थता की कोशिशें तेज़ कर दी हैं.
रविवार को हो रही इस्लामी देशों के समूह ऑर्गनाइज़ेशन ऑफ़ इस्लामिक कोऑपरेशन की एक अहम बैठक में सऊदी अरब ने “फ़लस्तीनियों के अधिकारों का उल्लंघन” करने के लिए इसराइल को ज़िम्मेदार ठहराया है. बैठक फ़िलहाल चल रही है.
रविवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए एक आपातकालीन बैठक बुलाई है.
जल्द ही इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए यूरोपीय संघ में शामिल देशों के विदेश मंत्रियों की भी बैठक होने वाली है. इस बैठक में इस बात पर चर्चा की जाएगी की हिंसा ख़त्म करने की कोशिश में संघ किस तरह योगदान कर सकता है.
पोप फ्रांसिस और जर्मन सरकार ने दोनों पक्षों से अपील की है कि वो बातचीत के रास्ते समस्या का हल तलाशें.
इसराइल-फ़लस्तीनी संघर्ष का सातवां दिन- तस्वीरें
ग़ज़ा में इसराइल के एक हमले में ध्वस्त हुई एक इमारत के मलबे से राहतकर्मी बचे हुए लोगों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं. इसराइल ने हमास पर आरोप लगाया है कि वो आम लोगों का इस्तेमाल ह्यूमन शील्ड के तौर पर करता है. ग़ज़ा की तरफ से कुछ रॉकेट दाग़े जाने के बाद इसराइल के कई दक्षिणी शहरों में साइरन की तेज़ आवाज़ें सुनाई दी हैं. रात के वक्त में गज़ा के आसमान का नज़ारा. आसमान में इसराइल की तरफ से हो रहे रॉकेट हमलों को देखा जा सकता है. बीती रात ग़ज़ा की तरफ से कई रॉकेट इसराइल की दिशा में दाग़े गए हैं. बीती रात वेस्ट बैंक में इसराइली सुरक्षाबलों और फॉलस्तीनियों के बीच झड़पों होने की भी ख़बरें हैं. ग़ज़ा सिटी में हमलों के बाद मलबा हटाती क्रेनहमास नेता के ठिकानों को बनाया गया निशाना
इसराइली जेट विमानों ने रविवार को ग़ज़ा में लगातार सातवें दिन फिर से नए हमलों को अंजाम दिया है. इन हमलों में ग़ज़ा में हमास के नेता याह्या अल-सिनवार के ठिकानों को भी निशाना बनाया गया है.
इस बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है कि ताज़ा बमबारी में कितने लोग हताहत हैं.
नेतन्याहू ने दिया जवाब
इससे पहले इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा था कि जब तक वो पूरी तरह सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर लेते तब तक उनकी सरकार अपनी पूरी ताकत से रॉकेट हमलों का उत्तर देगी.
उन्होंने कहा, “जब तक हमारे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं हो जाती तब तक हम हमलों का जवाब देते रहेंगे. हमने हमास के दर्जनों चरमपंथियों को मार दिया है और मिसाइल लॉन्चर और इमारतों समेत उनके सैकड़ों ठिकानों को भी ख़त्म किया है जहां से ये संगठन हमलों की योजना बनाता था और उन्हें अंजाम देता था.”
उन्होंने बीबीसी से कहा, “हम जितना हो सके सावधानी बरत रहे हैं लेकिन उन्होंने बिना उकसावे के अपने पड़ोसी मुल्क पर रॉकेट दाग़ना शुरू कर दिया है और इसके उत्तर में हमने हमास के ठिकानों को निशाना बनाया है. ऐसे में आप समझ सकते हैं कि कुछ जानें तो जाएंगी और इसके लिए सीधे तौर पर हमास ज़िम्मेदार है. उन्हें हम पर हमला करने से पहले इस बारे में सोचना चाहिए.”
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की अपील
वहीं, अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने दोनों पक्ष से हिंसा रोकने और शांति बनाए रखने की अपील की है. इसराइल-फ़लस्तीनी मुद्दे को लेकर रविवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषट की एक अहम बैठक होने वाली है.
वो कहती हैं, “फ़लस्तीनी और अरब के नज़रिए से देखा जाए तो इसराइल का अस्तित्व और यहूदियों के लिए सीमांकित किया एक राष्ट्र नहीं होना चाहिए. वो पीढ़ी दर पी़ढ़ी इसे ख़त्म करने की कोशिश में लगे हैं. वो इस बात को मानते हैं कि इस इलाक़े में अरब और इस्लामिक दुनिया का प्रभुत्व रहना चाहिए. वो यहूदियों के देश को अस्थायी मानते हैं और उनकी पूरी कोशिश होगी कि वो इसे ख़त्म कर दें.”