उदयपुर आई एनआईए की टीम ने खुलासा किया
पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार के नेतृत्व में कन्हैयालाल हत्याकांड के दोनों मुख्य आरोपितों मोहम्मद रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद को लेकर उदयपुर आई एनआईए की टीम ने उक्त खुलासा किया है। जिसमें उन्होंने बताया कि हत्या के दोनों आरोपितों ने उदयपुर से फरार होकर नेपाल जाने के लिए दो प्लान तैयार किए थे। पहला प्लान उनका बाइक के जरिए राजसमंद होते हुए अजमेर पहुंचना था, जहां वह एक दरगाह में ठहरते। जिसके बाद वह सड़क मार्ग के जरिए उत्तरप्रदेश और बिहार होते हुए नेपाल जाते।
मदद करने वाला दावत-ए-इस्लामी संगठन से जुड़ा था
मालूम हो कि इस काम में उनको हैदराबाद का एक व्यक्ति मदद करने वाला था, जो दावत-ए-इस्लामी संगठन से जुड़ा हुआ था। इस प्लान पर काम करते हुए वह राजसमंद जिले के भीम कस्बे में पकड़े गए। जिसको लेकर उन्होंने कहा कि हत्याकांड का वीडियो बनाकर उसको वायरल करने के चलते वह पकड़े गए।
हत्याकांड का लाइव वीडियो जारी करने का था प्लान
जानकारी के अनुसार उनका प्लान था कि हत्याकांड का लाइव और बाद का वीडियो वह बनाकर जारी करेंगे लेकिन वह जल्द ही इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया।
दूसरा प्लान वह उदयपुर में ही ठहरते
मालूम हो कि उनका दूसरा प्लान था कि यदि उनका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल नहीं होता तो वह उदयपुर में ही ठहरते। इसके लिए उन्होंने अपने दूर के रिश्तेदार जो खांजीपीर तथा मल्लातलाई इलाके में रहते हैं, उनके यहां ठहरना था। जिसके लिए उन्होंने बात कर ली थी और बताया था कि वह धार्मिक प्रचार के काम से उनके यहां ठहरने वाले थे, जिसके लिए उनके रिश्तेदार भी तैयार हो गए थे। उल्लेखनीय है कि खांजीपीर तथा मल्लातलाई क्षेत्र उदयपुर शहर के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र हैं।
अब तक 9 आरोपित गिरफ्तार
उल्लेखनीय है कि एनआईए की टीम गत 16 सितम्बर को अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल से उदयपुर लेकर आई थी। इस साल 28 जून को दोपहर 2.45 बजे उदयपुर के मालदास स्ट्रीट में सुप्रीम टेलर्स के संचालक कन्हैयालाल की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। आरोपित मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने हत्या का लाइव वीडियो भी बनाया। साथ ही हत्या की जिम्मेदारी लेने का भी वीडियो बनाया। अब तक इस मामले में 9 आरोपितों को एनआईए गिरफ्तार कर चुकी है।