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एमपी में शिवराज सिंह तो राजस्थान में वसुंधरा राजे के नाम पर चर्चा, छत्तीसगढ़ में सीएम पद के लिए सामने आए ये चेहरे


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे और सामूहिक नेतृत्व के सहारे राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भाजपा को मिली भारी जीत के बाद सबसे बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि इन तीनों राज्यों में मुख्यमंत्री कौन होगा। भाजपा तीनों ही राज्यों में बिना मुख्यमंत्री के चेहरे के मैदान में उतरी थी।

सीएम रेस में शिवराज सिंह और वसुंधरा राजे!

माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश शिवराज सिंह चौहान और राजस्थान में वसुंध राजे सिंधिया मुख्यमंत्री की दौड़ में बनी हुई हैं, जबकि छत्तीसगढ़ में नए नेतृत्व को ही मौका दिया जाएगा। मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को चुनावी चेहरा नहीं बनाने से इस कयास को बल मिला था कि जीत की स्थिति में भाजपा किसी नए चेहरे को नेतृत्व सौंपेगी। सात सांसदों और तीन केंद्रीय मंत्रियों को मैदान में उतारने से इस कयास को बल मिला था, लेकिन भाजपा को जितनी बड़ी सफलता मिली है, उसमें शिवराज सिंह चौहान सरकार की लाड़ली बहना जैसी लोकप्रिय योजनाओं का भी योगदान माना जा रहा है।

खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सभाओं में शिवराज सरकार के कामों का उल्लेख कर रहे थे। इससे शिवराज सिंह चौहान के चौथी बार मुख्यमंत्री बनने की संभावना बढ़ गई है, लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं की नाराजगी उनके रास्ते की सबसे बड़ी रूकावट बन सकती है। शिवराज सिंह चौहान के बाद नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल, और प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा के नामों की चर्चा शुरू हो गई है, लेकिन ओबीसी मुद्दे के राजनीति के केंद्र में आते हुए देखकर किसी ओबीसी नेता को ही मुख्यमंत्री बनाने पर जोर दिया जा रहा है। ऐसी स्थिति में प्रह्लाद पटेल पहली पसंद बन सकते हैं।

एमपी-छत्तीसगढ़ के लिए ध्यान में रखे जाएंगे ये समीकरण

मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के चुनते समय छत्तीसगढ़ के समीकरण को भी ध्यान में रखा जाएगा। दोनों राज्यों में से एक में ही ओबीसी नेता को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। मध्य प्रदेश में ओबीसी मुख्यमंत्री बनने की स्थिति में छत्तीसगढ़ में भाजपा किसी आदिवासी चेहरे पर दांव खेल सकती है। ऐसे में केंद्रीय मंत्री रह चुके विष्णुदेव साय, प्रदेश अध्यक्ष विष्णु साव प्रबल दावेदार हो सकते हैं, लेकिन मध्य प्रदेश में ओबीसी के अलावा दूसरे वर्ग से मुख्यमंत्री बनने की स्थिति में ओपी चौधरी के नाम आगे आ सकता है।

राजस्थान में इन नामों पर चर्चा

माना जा रहा है कि राजस्थान में मुख्यमंत्री के चुनाव में भाजपा राजपूत चेहरे को अहमियत देगी। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया की दावेदारी बरकार है। चुनावी सभा में जिस तरह से प्रधानमंत्री ने माला के बीच में वसुंधरा राजे के साथ फोटो खिंचवाई थी, उसे उनकी दावेदारी की मजबूती के रूप में देखा जा रहा है। इसके अलावा राज्यवर्धन सिंह राठौर के नामों पर विचार किया जा सकता है। दिया कुमारी का नाम भी खारिज नहीं किया जा रहा है।