- नई दिल्ली, । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि भारत को पुनरुत्थानवादी कांग्रेस की जरूरत है। लेकिन पार्टी को दिखाना होगा कि वह सक्रिय है और लोगों के मुछ्दों से सार्थक रूप से जुड़ने के मूड में है। कांग्रेस को जल्द संगठनात्मक चुनावों की जरूरत है। केंद्र और राज्य स्तर पर व्यापक सुधारों की जरूरत है ताकि यह दिखाया जा सके कि वह अब जड़ता की स्थिति में नहीं है। उन्होंने कहा कि देश में राजनीतिक विकल्प का अभाव है। देश को मजबूत और विश्वसनीय विपक्ष चाहिए। कांग्रेस में अनुभव और युवाओं के बीच संतुलन बनाने की तत्काल जरूरत है
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी में सुधार लाना पड़ेगा। जब चुनाव की चुनौतियां सामने आएंगी तो सुधार आएगा। केवल कांग्रेस के साथ समस्या नहीं है, बाकी दल भी इससे अछूते नहीं हैं। राजनीतिक दल का केवल एक लक्ष्य रहता है कि किस तरह अगला चुनाव जीता जाए। उसके लिए वे कुछ भी करने को तैयार हैं। हमारा संवैधानिक ढांचे इतने कमजोर हो चुके हैं कि कोई सत्ता के खिलाफ खड़ा नहीं होना चाहता। यह देश के लिए बेहद खतरनाक स्थिति है।
उन्होंने कहा कि एक बड़ी पार्टी में बातचीत और आपसी संवाद जरूर होना चाहिए। बिना बातचीत के कोई एजेंडा आगे नहीं बढ़ सकता और सुनने की क्षमता भी होनी चाहिए। लोकतंत्र में अगर सुनने की क्षमता नहीं होगी तो चाहे वह दल हो या लोकतांत्रिक व्यवस्था वे कमजोर हो जाएंगे। जो भी राजनीतिक दल और नेता सुनने के लिए तैयार नहीं हैं, उन्हें आगे जाकर नुकसान जरूर होगा।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस हकीकत को स्वीकार करना होगा कि आज हमारी राजनीतिक विचाराधारा शून्य हो गई है और लोभधारा की राजनीति हो रही है। जो व्यक्ति 20 साल हमारे साथ रहा और भाजपा को गालियां दीं, वह किस आधार पर आज भाजपा को गले लगा रहा है और यह बात जनता को पूछनी चाहिए। मतदाताओं को चाहिए कि ऐसी प्रसाद की राजनीति करने वालों को कभी चुनाव न जीतने दे।