बेंगलुरु, । कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बुधवार को कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कई आरोप लगाए हैं। सीएम ने कहा कि विधानसभा में कांग्रेस ने ध्वज संहिता का उल्लंघन किया है। मुख्यमंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा कि कांग्रेस एक जिम्मेदार विपक्षी दल के रूप में कार्य करने में विफल रही है। बता दें कि उनकी टिप्पणी तब आई है जब कांग्रेस नेताओं ने विधानसभा में राष्ट्रीय ध्वज पकड़े हुए विरोध प्रदर्शन किया था, जिसमें राज्य मंत्री केएस ईश्वरप्पा के इस्तीफे की मांग की गई थी, जिनके लाल किले पर भगवा झंडा फहराने के कथित दावों ने राज्य में विवाद खड़ा कर दिया था।
वेल में तिरंगे के इस्तेमाल का आरोप
बोम्मई ने कहा कि कांग्रेस ने सदन के वेल में राष्ट्रीय ध्वज (तिरंगे) का इस्तेमाल किया है। इसे इस्तेमाल करने के तरीकों के लिए एक ध्वज कोड है। सीएम ने कहा कि हमें सम्मान के साथ राष्ट्रीय ध्वज का उपयोग करना होगा। कांग्रेस ने ध्वज संहिता का उल्लंघन किया है। ईश्वरप्पा के बयानों के बारे में बोम्मई ने कहा कि कांग्रेस नेता उनके मंत्री के बयान का केवल एक हिस्सा चुन-चुन कर बता रहें हैं और राज्य में विधानसभा और लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
सीएम ने किया ईश्वरप्पा का बचाव
सीएम ने ईश्वरप्पा का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने एक स्पष्टीकरण भी जारी किया है। उन्होंने यह नहीं कहा है कि भगवा झंडा तुरंत लाल किले पर फहराया जाएगा, लेकिन अगले 300 या 500 वर्षों में यह हो सकता है। उन्होंने यह कहा कि हमने राष्ट्रीय ध्वज को स्वीकार कर लिया है और किसी को इसका अनादर नहीं करना चाहिए। बोम्मई ने साफ किया कि कानूनी तौर पर ईश्वरप्पा ने कोई गलती नहीं की है और उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती है।
ईश्वरप्पा ने कहा था-भविष्य में भगवा झंडा बनेगा राष्ट्रीय ध्वज
गौरतलब है कि विवाद को बढ़ाते हुए ईश्वरप्पा ने बुधवार को कहा था कि भविष्य में भगवा झंडा राष्ट्रीय ध्वज बन सकता है और इसे लाल किले पर फहराया जाएगा। उन्होंने कहा था कि आज नहीं बल्कि भविष्य में किसी दिन शायद 100, 200 या 500 साल बाद भगवा झंडा राष्ट्रीय ध्वज बन सकता है। ईश्वरप्पा ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण पर लोग हंसते थे, लेकिन क्या हम अभी मंदिर नहीं बना रहे हैं?