नई दिल्ली। कांग्रेस (Congress) के बागी नेताओं के G-23 के समूह ने हाल में जम्मू-कश्मीर (Jammu kashmir) में एक रैली का आयोजन किया था। जिसमें उन्होंने अपनी पार्टी की आलोचना करते हुए कहा था कि पार्टा कमजोर हो रही है। इन लोगों के समूह में कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं। जिनके रुख को देखकर लग रहा है कि वह जल्द ही पार्टी के सामने नई चुनौती पेश कर सकते हैं। यह लोग लगातार पार्टी से एक नियमित अध्यक्ष चुने जाने की बात कर रहे हैं। साथ ही साथ पार्टी पर खुद को नजरअंदाज करने का भी आरोप लगा रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि जून में होने वाली कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चयन में ये लोग अपना उम्मीदवार खड़ा सकते हैं।
भगवा साफा पहन कर आए थे
इन लोगों ने जम्मू में हुई बैठक में भगवा साफा पहना हुआ था। जिसको देखकर लग रहा था कि ले लोग यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह हिंदू विरोधी नहीं हैं। जम्मू के बाद इन जी-23 देशों के नेताओं का पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तरप्रदेश में भी रैली करने का प्लान है। यह लोग अब अपनी अगली रैली हिमाचल प्रदेश में करने का प्लान कर रहे हैं। हिमाचल कांग्रेस के दिग्गज नेता आनंद शर्मा का गृहराज्य हैं। किसी समय वह गांधी परिवार के काफी करीबी माने जाते थे मगर अब राज्यसभा में उनका स्थान बी मल्लिकार्जुन खड़गे को दे दिया है। बताया जा रहा है कि खड़गे सोनिया गांधी के काफी करीब हैं।
पार्टी को चाहिए नियमित अध्यक्ष
बता दें यह बागी नेता अपने भाषण में कह रहे हैं कि आज की कांग्रेस कमजोर हो गई है। वह कहते हैं कि हमने कांग्रेस के सबसे अच्छे समय को देखा है। हम आज इस हालात को नहीं देख सकते हैं। इन लोग पिछले कुछ समय से पार्टी में ऊपरी स्तर पर बदलाव की मांग कर रहे हैं। इनकी मांग है कि पार्टी को अब एक नियमित अध्यक्ष मिलना चाहिए ताकि वह जिम्मेदारी से चला सके। इन नेताओं के यह बयान सीधे राहुल गांधी के खिलाफ जाते दिख रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि जून में होने वाली मीटिंग में एक बार फिर से राहुल के अध्यक्ष पद के लिए नाम लाया जाएगा। मगर इस बार उनके साथ-साथ नेता भी अपना उम्मीदवार उतार सकते हैं।