सुरजेवाला ने कहा कि चुनावी धोखाधड़ी का पर्दाफाश हो गया है। बोम्मई के इस्तीफे की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा लोकतंत्र को कुचलने के अपराध में शामिल है।
घर-घर जाकर फ्री में किया गया सर्वेक्षण
कांग्रेस महासचिव और पार्टी के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बृहत बेंगलुरु महानगर पालिके (BBMP) ने अगस्त में एक निजी फर्म को मतदाताओं के घर-घर जाकर फ्री में सर्वेक्षण करने के लिए अधिकृत किया था। एजेंसी ने मतदाताओं के लिंग, मातृभाषा, मतदाता पहचान पत्र और आधार विवरण के बारे में जानकारी एकत्र की थी।
निजी फर्म के लोगों को बीएलओ का पहचान पत्र दिया गया
उन्होंने कहा कि निजी फर्म ने सैकड़ों बूथ स्तर के अधिकारियों (बीएलओ) को भी नियुक्त किया, जो तकनीकी रूप से सरकार द्वारा नियुक्त व्यक्ति होना चाहिए। साथ ही कहा कि इन बीएलओ को पहचान पत्र भी दिया गया था जैसे कि वे सरकारी कर्मचारी हों।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री चुनावी धोखाधड़ी में शामिल थे। उन्होंने कहा कि बसवराज बोम्मई के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए और उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
गरुड़ एप्लिकेशन में नहीं फीड किया गया डेटा
सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि डेटा की जानकारी को सरकार के गरुड़ एप्लिकेशन में फीड नहीं किया गया, बल्कि निजी फर्म के ‘डिजिटल समीक्षा’ एप्लिकेशन में किया गया था।
मतदाता डेटा एकत्र करने की धोखाधड़ी की
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बीबीएमपी के प्रभारी मंत्री हैं। इसके मुख्य आयुक्त बेंगलुरु के निर्वाचन अधिकारी हैं। एक निजी संस्था चिलूम एडू इंस्टीट्यूट (Chilume Edu Institute) मतदाता जागरूकता के लिए अनुमति के लिए आवेदन किया था। अनुमति मिलने पर वे बूथ स्तर के अधिकारी बनकर मतदाता डेटा एकत्र करके धोखाधड़ी की।
लोकतंत्र को रौंदने में हैं भागीदार
कांग्रेस नेता ने कहा कि चौंकाने वाले खुलासे से पता चलता है कि सीएम बोम्मई उनके अधिकारी और बीबीएमपी के लोग और राज्य चुनाव प्राधिकरण सब मिलकर लोकतंत्र को रौंदने में भागीदार हैं।