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काले मेघों की वापसी के साथ दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई; IMD ने दिया अपडेट


नई दिल्ली, । देश के कई हिस्सों में इस साल दक्षिण-पश्चिमी मानसून के कारण जमकर बारिश हुई है। इसी बीच, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने जानकारी दी है कि अब मानसून की वापसी शुरू हो गई है। इसको लेकर आईएमडी ने एक बयान भी जारी किया है।

कुछ हिस्सों से लौटा मानसून

आईएमडी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, “दक्षिण-पश्चिम मानसून आज, 25 सितंबर, 2023 को दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के कुछ हिस्सों से वापस चला गया है, जबकि दक्षिण-पश्चिम राजस्थान से इसकी वापसी की सामान्य तारीख 17 सितंबर है।”

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13वीं बार देरी से हो रही वापसी

इस साल मानसून लगातार 13वीं बार अपने निर्धारित समय से देरी से वापसी कर रहा है। मानसून की वापसी में किसी भी देरी का मतलब है कि किसी क्षेत्र में लंबे समय तक बारिश का मौसम रहना। लंबे समय तक बारिश रहने से कृषि उत्पादन पर काफी प्रभाव पड़ता है। उत्तर पश्चिम भारत में मानसून की बारिश रबी फसल उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

15 अक्टूबर तक लौट जाता है मानसून

आमतौर पर, दक्षिण-पश्चिम मानसून 1 जून तक केरल में अपनी शुरुआत करता है और 8 जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है। यह 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू कर देता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से लौट जाता है।

अब तक कितनी हुई बारिश?

भारत में इस साल मानसूनी सीजन में औसत से कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। अबतक 780.3 मिमी बारिश हुई, जबकि सामान्य बारिश 832.4 मिमी होती है। आमतौर पर चार महीने के मानसूनी सीजन के दौरान देश में औसतन 870 मिमी वर्षा होती है। जून से लेकर सितंबर के दौरान 94 प्रतिशत से लेकर 106 प्रतिशत की वर्षा को सामान्य माना जाता है।