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वर्तमान राजनीति परिदृश्यमें खतोंकी अहमियत
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 711 डा. धनंजय सहाय राजनीतिके वर्तमान गलाकाट परिदृश्यमें पिछले दिनों नेताओं द्वारा लिखे गये पत्र आमजन मानसका ध्यान आकृष्टï करनेमें सफल रहे हैं। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि राष्टï्रीय एवं अन्तरराष्टï्रीय स्तरपर लिखे गये यह खत एक तरफ जहां उम्मीदोंका चिराग रोशन करनेका प्रयास करते दिखे वहीं, सत्तासे बिछडऩेकी आशंका भी सिरपर […]
मध्यम वर्गकी बढ़ती मुश्किलें
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 394 संदेह देशका मध्यम वर्ग एक बार फिर जहां कोरोनाकी दूसरी घातक लहरके कारण अपने उद्योग-कारोबार, रोजगार और आमदनी संबंधी चिंताओंसे ग्रसित है, वहीं बड़ी संख्यामें कोरोनासे पीड़ित मध्यमवर्गीय परिवारोंके बजट बिगड़ गये हैं। यद्यपि एक अप्रैल २०२१ से लागू हुए वर्ष २०२१-२२ के बजटमें वित्तमंत्री निर्मला सीतारमणने स्वास्थ्य, शिक्षा, बुनियादी ढांचा और […]
बढ़ती जनसंख्यासे देशका बिगड़ता स्वरूप
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 481 रवि शंकर देशमें परिवार नियोजनके सघन प्रयासोंसे प्रजनन दरमें गिरावटके बावजूद महज कुछ सालोंमें भारत चीनको पछाड़कर दुनियाकी सबसे बड़ी आबादीवाला देश हो जायगा। संयुक्त राष्ट्र संघकी विश्व आबादीपर जो रिपोर्ट प्रकाशित की है, उसमें कहा गया है कि २०२७ तक भारतकी आबादी दुनियामें सर्वाधिक होकर १५० करोड़के पार पहुंच जायगी। अभी […]