भोपाल। मध्य प्रदेश के मुरैना में किसानों के साथ दुर्व्यवहार करने के मामले में फंसे एडीएम की मुश्किलें और बढ़ गई है। बुधवार को एक कलेक्टर-आयुक्त सम्मेलन में शामिल हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस मसले पर खासे नाराज नजर आए। कॉन्फ्रेंस के दौरान नसीहत देने के साथ ही सीएम शिवराज ने एडीएम को पद से हटाने का फैसला लिया। मुख्यमंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि किसी भी अधिकारी की ऐसी हरकत बर्दाश्त नहीं की जा सकती।
कॉन्फ्रेंस के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एडीएम ने किसानों के साथ गलत व्यवहार किया है। ऐसे अधिकारी पद में रहने के लायक नहीं है। इसलिए उन्हें हटाने का फैसला लिया जा रहा है। मुरैना में उन्हें रखने की जरूरत नहीं है। जनता, किसान हो या चाहे कोई जन प्रतिनिधि हो, सभी का सम्मान करने की जरूरत है। अपराधियों और माफियों से निपटने का काम हमको करना है।
बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस की। बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष प्रदेश में सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे और अतिक्रमण की रिपोर्ट रखी गई। मुख्य सचिव कार्यालय ने सभी जिलों से एक दिन पहले ही जानकारी मंगा ली थी। पिछली दो बैठकों में छह आईएएस और आईपीएस अफसरों पर गाज गिर चुकी है। बैठक के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर बैतूल व गुना कलेक्टर और नीमच व निवाड़ी एसपी को हटाया गया था। यह एक्शन शराब माफिया और मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई में लापरवाही करने पर हुई है।