पटना

कोरोना काल में बिहार आपूर्ति सेवा संघ ने सराहनीय काम किया : लेसी


पटना (आससे)। बिहार आपूर्ति सेवा संघ का अष्टम सम्मेलन का आयोजन पटना सिटी स्थित अवध ग्रीन्स में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में माननीय मंत्री खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण बिहार श्रीमति लेशी सिंह शामिल हुई। सम्मेलन में अपनी बात रखते हुए मंत्री लेशी सिंह में कहा की बिहार सरकार बिहार आपूर्ति सेवा संघ की सभी मांगों पर गभीरता से काम करेगी।

कोरोना काल में जब प्रदेश संकट के दौर से गुजर रहा था उस वक्त बिहार आपूर्ति सेवा संघ के सदस्यों ने जमकर काम किया और सभी लोंगों के लिए राशन को सुनिश्चित किया। मंत्री लेशी सिंह ने कहा संघ ने बिहार में राशन आपूर्ति के क्षेत्र में कालाबजारी को खत्म की हैं जो सराहनीय हैं। इस अवसर पर  मंत्री ने संघ की स्मारिका का भी विमोचन किया।

बिहार आपूर्ति सेवा संघ के महामंत्री आलोक कुमार सिन्हा ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा की बिहार आपूर्ति सेवा संघ एक जिम्मेवार संगठन हैं। जो नियत समय पर सभी लोगों को सेवाए प्रदान करता हैं। हमारी मांग है की   की बिहार के सभी प्रखंडों में एक पृथक आपूर्ति भवन बनाया जाये, जिसमें प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी कार्यपालक सहायक आपूर्ति सहायकों के लिए अलग-अलग कमरा के साथ लगभग 50 व्यक्तियों के साथ बैठक करने हेतु एक मीटिंग हॉल भी बनाया जाय। साथ ही कार्यालय के संचलन हेतु प्रति माह पांच हजार रुपये की दिया जाये।

बिहार राज्य आपूर्ति संघ की अष्टम बैठक को सम्बोधित करते हुए बिहार आपूर्ति सेवा संघ के अध्यक्ष प्रदीप कुमार सहनी ने कहा की बिहार आपूर्ति सेवा संघ बिहार में सभी जगह सुचारू रूप से अपनी सेवाएं प्रदान करता हैं। सभी नागरिकों को समय पर सेवाएं मिले इसके लिए आवश्यक है की पदाधिकारियों के लिए सरकार वाहन और आवास की व्यवस्था करे। साथ ही सदस्यों को नियत समय पर पदोन्नति दी जाय।

कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय मंत्री लेशी सिंह ने दीप प्रज्वलित कर की। कार्यक्रम में बिहार आपूर्ति सेवा संघ के उपाध्यक्ष (राजेन्द्र कुमार, जटाशंकर, रजनीकांत, नन्द किशोर रविदास) कोषाध्यक्ष अंजनी कुमार श्रीवास्तव, संयुक्त मंत्री (सुशील कुमार वर्मा, असलम हुसैन, मनोज कुमार, राजीव कुमार, प्रभाष प्रियदर्शी) संगठन मंत्री राजन कुमार पांडेय, संरक्षक ब्रजेन्द्र मिश्र व अखिलेश कुमार मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता शंकर मेहता ने की। इस अष्टम संम्मेलन में संगठन के सैकड़ों सदस्य मौजूद थे।